बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 71 सीटों के लिए वोटिंग हो रही है. पटना समेत 16 जिलों के दो करोड़ 14 लाख 84 हजार 787 मतदाता 1066 उम्मीदवारों में से अपना प्रतिनिधि चुनेंगे.
बिहार में कोरोना संकट के मद्देनजर इसके लिए 31371 मतदान केंद्र बनाये गये हैं. सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती है औऱ और 31371 सेट इवीएम और इतने सेट वीवीपीएटी का उपयोग किया जा रहा है.
अपना प्रत्याशी चुनने बूथ पर पहुंचे मतदाता कोविड के सभी नियमों का पालन करते दिखें. लगभग सभी ने मास्क और कुछ महिलाएं साड़ी या अन्य कपड़ों को लपेटे वोट देते नजर आयीं.
इस दौरान मतदान केंद्र में मौजूद सुरक्षाकर्मी व अन्य मतदान कर्मी भी सुरक्षा किटों को पहने दिखें. उन्होंने चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए हाथ में ग्लव्स, फेस शील्ड, सैनिटाइजर आदि का उपयोग किया.
लगभग 1 बजे तक 33 प्रतिशत वोटिंग हो गयी थी. कोरोना काल में मतदाताओं का ये उत्साह देखते ही बन रहा था.
किसी की उम्र 100 पार थी तो कोई शरीर से लाचार था. लेकिन, लोकतंत्र के इस महापर्व का हिस्सा बनने मतदाता पहुंचे थे.
मुंगेर में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुए गोलीबारी एवं एक युवक की मौत को लेकर मतदान के लिए लोगों का आक्रोश देखने को मिला. इसके अलावा अन्य कुछ विधानसभा क्षेत्रों से मतदान के बहिष्कार की खबरें भी आयी.
हालांकि, इस दौरान कुछ बूथों पर गाइडलाइंस का उल्लंघन करते भी लोग पाए गए. कहीं मतदाता सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ते दिखे तो कहीं बिना मास्क के. बाद में समझाने पर उन्होंने नियमों का पालन किया. आपको बता दें कि मास्क, ग्लव्स, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था मतदान केंद्र पर भी इन्हीं सब कारणों से रखी गयी थी.
आपको बता दें कि बूथ पर मतदाताओं की भीड़ ज्यादा न हो इसलिए चुनाव आयोग ने अधिकतम हजार मतदाता का नियम पालन करने का निर्देश दिया था. पहले पहले यह सीमा 1500 मतदाताओं की थी.