देश में कोरोना संक्रमण के बीच अब त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है. नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है. जबकि इसके बाद छठ और दीपावली जैसे त्योहार मनाये जायेंगे. पर कोरोना संकट के इस दौर में त्याहारों के उल्लास के बीच भी हमें कोरोना से बचने के लिए बनाये गये नियमों का पालन करना है. इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों से फेस मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने की अपील की है. सुरक्षित तरीके से त्योहार कैसे मनाये इसे लेकर सांस्कृतिक मंत्रालय ने भी गाइडलाइन जारी किया है.
नवरात्र के मौके पर रामलीला का कई जगहों पर आयोजन किया जाता है. इसे देखते हुए गाइडलाइन में कहा गया है कि कार्यक्रम का आयोजन इस तरह से होना चाहिए कि जिससे कलाकारों और दर्शको को परेशानी नहीं और उत्साह भी बना रहे.
त्योहारों को लेकर जारी किये गये गाइडलाइन
देश के किसी भी हिस्से में किसी भी कंटेनमेंट जोन में किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम करने की अनुमति नहीं दी जायेगी. हालांकि इस लेकर राज्य अपना विचार कर सकते हैं.
कार्यक्रम का आयोजन करने से पहले और बाद में कार्यक्रम स्थल को सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा. बिना मास्क के कार्यक्रम स्थल पर रहने की अनुमति नहीं दी जायेगी. कार्यक्रम स्थल के सभी प्रवेश द्वार और निकासी द्वार पर सैनिटाइजर की ऐसी व्यवस्था रहेगी जिसे बिना छुये ही हाथ में लगाया जा सके. इस दौरान एक दूसरे से छह फीट की दूरी रखनी होगी.
कार्यक्रम स्थल पर आने वाले सभी लोग कलाकार, दर्शक, कर्मचारी इन सभी को अपने फोन में आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करना जरूरी है. इसके अलावा सफाई कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल किये गये मास्क, गलव्स और अन्य उपकरणों को फेंकने के लिए प्रमुख जगहों पर कूड़ेदान का होना जरूरी है.
कार्यक्रम स्थल में थूकना पूरी तरह से वर्जित है. खांसते समय छींकते समय मुंह को ढंकना अनिवार्य है. साथ ही इस्तेमाल किये गये टिश्यू को भी सही तरीके से फेंकना है. इसके अलावा सभी को अपने स्वास्थ्य की जांच करानी है. किसी भी बीमारी के बारे में जिला हेल्पलाइन नंबर को जानकारी देनी है.
अगर कार्यक्रम परिसर में किसी व्यक्ति की तबियत खराब होती है तो उसे अलग कमरे में लोगों से दूर रखे और उसे मास्क नहीं उतारने की सलाह दे. इसके साथ ही तुंरत नजदीकी चिकित्सा केंद्र से संपर्क करें.
कार्यक्रम के दौरान सभी कर्मचारियों के लिए मास्क की व्यवस्था होनी चाहिए. आयोजक सभी के लिए मास्क की व्यवस्था करेंगे.
कलाकारों के लिए जारी गाइडलाइन में कहा गया है लाइटमैन, कैमरामैन, मेकअप मैन से लेकर सभी कलाकार कार्यक्रम के आयोजको को अपना कोरोना निगेटिव टेस्ट की रिपोर्ट देंगे. जो कार्यक्रम का आयोजन होने से सात दिन पहले की हो अथवा यदि संभव हो तो कार्यक्रम स्थल पर मोबाइल जांच यूनिट उपलब्ध करायी जा सकती है.
प्रोडक्शन हाउस यह अवश्य सुनिश्चित करें कि सहायक दल के कम से कम लोग परिसर में आएं. स्टेज पर और रिहर्सल के समय को छोड़कर कलाकार हर समय मास्क पहनेंगे.
ग्रीन रूम में भी कलाकर उचित दूरी का पालन करेंगे. साथ ही यदि संभव हो तो वे अपने घर से पूरी तरह मेक अप साज-सज्जा और तैयार होकर आयें. ग्रीन रूम में कलाकार कम से कम बातचीत करेंगे. साथ ही हरएक इस्तेमाल के बाद इसे सैनिटाइज करना होगा.
मंच में भी संभव हो तो कलाकारो के बीच उचित दूरी का पालन करना होगा. प्रत्येक मंचन के पहले और बाद में स्टेज को सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा. कलाकारों को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने से पहले अच्छे तरह से खुद को सैनिटाइज करना होगा. साथ ही उनके उपकरण और वाद्य यंत्रों को भी सैनिटाइज करना होगा.
फेस मास्क के बिना कार्यक्रम स्थल में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा. जो भी कार्यक्रम स्थल में मास्क नहीं पहनेगा आयोजक उसे कार्यक्रम स्थल से जाने के लिए कह सकते हैं.
कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने से पहले सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी. बिना लक्षण वाले लोगों को ही प्रवेश करने की अनुमति दी जायेगी. इसके अलावा अंदर और बाहर जाने के लिए जो व्यवस्था की होगी उसका सभी को पालन करना होगा.
खाने के लिए संभव हो तो कलाकार अपने घर से खाना ला सकते हैं. नहीं तो उन्हें डिब्बाबंद भोजन उपलब्ध कराया जाना होगा. साथ ही कैफेटेरिया में भी भीड़ नहीं हो इसका ध्यान रखना होगा. खाने के लिए डिस्पोजेबल बर्तनों का इस्तेमाल करना होगा.
कार्यक्रम स्थल पर कलाकारों के सम्मान समारोह का आयोजन नहीं होगा. कलाकारों को बधाई देने या उनके साथ सेल्फी लेने की इजाजत नहीं होगी.
Posted By: Pawan Singh