Bihar Vidhan Sabha Election 2020 : बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार पहले चरण में 71 सीटों पर मतदान होने वाला है. इसमें सबसे ज्यादा 37 सीटें महागठबंधन की दांव पर लगी हैं. आधी से अधिक सीटों पर अभी राजद व कांग्रेस के ही विधायक है. इन्हें अपनी सीटें बचाने को सबसे ज्यादा जुगत करनी पड़ रही है. जिन 71 सीटों पर 28 अक्तूबर को मतदान डाले जायेंगे, उसमें राजद की 28 व कांग्रेस की नौ सीटें शामिल हैं. जबकि, राजद के बाद सबसे ज्यादा जदयू की 19 व भाजपा की 12 सीटें शामिल हैं.
इसके अलावा एक सीट इमामगंज (सुरक्षित) से हम के जीतन राम मांझी व चेनारी (सुरक्षित) सीट से ललन पासवान ने जीत दर्ज की थी. इस बार दोनों जदयू कोटे की सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. ललन पासवान तो पहले ही जदयू में शामिल हो चुके हैं. वहीं, इस बार के गठबंधन में हम की साझेदारी भी जदयू के साथ है.
पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मोकामा से अनंत सिंह ने जीत दर्ज की थी. लेकिन, इस बार वह राजद के सिंबल पर मैदान में हैं. पहले चरण में वहां भी चुनाव हैं. हालांकि, पिछले चुनाव में राजद-जदयू व कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था.
पटना. राज्य में बिहार विस चुनाव के पहले चरण की तैयारियां पूरी हो चुकी है. पहले चरण में कुल 1066 प्रत्याशी मैदान में हैं. प्रत्याशियों में 114 महिला, तो 952 पुरुष प्रत्याशी मैदान में हैं. पहले चरण में सर्वाधिक प्रत्याशी गया टाउन में तो सबसे कम प्रत्याशी कोटरिया में हैं. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस चरण में सर्वाधिक संवेदनशील विस क्षेत्र चैनपुर विस क्षेत्र हैं. जबकि, क्षेत्र में सबसे बड़ा विस क्षेत्र हिसुआ है.
जबकि, मतदाताओं की सर्वाधिक संख्या हिसुआ विस क्षेत्र में है. इस चरण में सबसे कम मतदाता बरबीघा विस क्षेत्र में हैं. उन्होंने बताया कि पहले चरण में मतदाताओं की संख्या 21406096 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 112763, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 10129101 है. पहले चरण के कई विधानसभा चुनावों में एक से अधिक महिला प्रत्याशी हैं.
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इस बार प्रदेश का राजनीतिक समीकरण एकदम विपरीत है. जदयू व भाजपा मिलकर चुनावी मैदान में हैं. इन दोनों दलों का लंबा गठबंधन पहले से भी रहा है. सिर्फ पिछले चुनाव में जदयू व राजद का नया गठबंधन हुआ था, जिसके दम पर 2015 में सरकार तो बनी. परंतु यह गठजोड़ बेमेल साबित हुआ व करीब पौने दो साल में ही जदयू-राजद अलग हो गये.
फिर जदयू व भाजपा ने मिलकर नयी सरकार बनायी. 16वीं विस के कार्यकाल के बीच में नये सिरे से बने जदयू-भाजपा गठबंधन का एक तरह से यह पहला चुनाव है. पिछली बार जनता ने राजद-जदयू गठबंधन को बहुमत दिया था. बीच में समीकरण बदलने के बाद नया गठबंधन बना और फिर 16वीं विस का कार्यकाल पूरा हुआ.
इन तमाम कारणों के अलावा कोरोना काल में होने के कारण यह सस्पेंस वाला हो गया है. पहले चरण में महागठबंधन को अपनी मौजूदा सीटों में अधिक-से-अधिक सीटों को बचाने की जुगत करनी पड़ रही है, तो एनडीए अधिक-से-अधिक सीटों को हासिल करने के लिए जुटा हुआ है. अगर भाजपा व जदयू की सीटों को संयुक्त रूप से देखें, तो दोनों दलों की 31 सीटें हैं. फिर भी यह महागठबंधन की सीटों से कम ही है.
Posted by Ashish Jha