Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020, Election Commission Preparation : यह बिहार विधानसभा चुनाव 2020, इलेक्शन कमीशन के काफी कठिनाईयों वाला साबित हो रहा है. इसमें अधिकारियों को न केवल ईवीएम के पैकिंग और उसे डिलेवर करवाने की चिंता बनी हुई है. बल्कि बूथों पर समय से पहले मतदान कर्मियों व वोटर के लिए कोरोना सुरक्षा किट के इंतजाम भी करने की चिंता सता रही है. दरअसल, कोरोना महामारी के कारण चुनाव कर्मचारियों से लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट तक का कार्य दोगुना बढ़ गया है.
खबरों की मानें तो जैसे-जैसे चुनाव की तिथि सामने आ रही है सभी के कार्य भी बढ़ते जा रहे है. पिछले एक सप्ताह से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ओवर-टाइम काम कर रहे हैं. उन्हें कोविड किट की पैकिंग और डिस्पैचिंग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. करीब 13 लाख कोविड किट पैक किए जा रहे है. इसमें फेस कवर, सैनिटाइजर के अलावा अन्य सेफ्टी प्रोडक्ट भी शामिल है. इनमें 11.59 लाख सुरक्षा किटों को मतदान कर्मियों के बीच, जबकि, 5.20 लाख सुरक्षाकर्मियों के बीच बांटा जाना है. ये सारे किट बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्र के लिए तैयार किए जा रहे है.
जैसा कि ज्ञात हो पहले ही इलेक्शन कमीशन द्वारा बिहार चुनाव को लेकर गाइडलाइन घोषित कर दी गयी थी. यह चुनाव बिहार में 28 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं. आयोग इस बार कुल तीन चरणों में चुनाव करवा रहा है. जबकि, पिछला चुनाव पांच चरणों में हुआ था.
इनमें से 16 जिलों के लिए सुरक्षा किट की डिलेवरी 17 अक्टूबर को ही कर दी गयी है. एचटी की रिपोर्ट की मानें तो पटना ज्ञान भवन में काम करने वाले एक अधिकारी ने 10 अक्टूबर को बताया था कि हम डेडलाइन से पहले ही पिछे चल रहे है. कार्टून में इन सामग्रियों की पैकिंग से डिस्पैच करने तक में हमें और समय लग सकता है.
आपको बता दें कि कुल 6.56 करोड़ हैंड ग्लव्स को बांटने की योजना है. जो बिहार के कुल 7.29 करोड़ वोटर का 90 प्रतिशत है. इलेक्शन कमीशन की कोशिश है कि बिहार के 38 जिलों में कम से कम एक-एक ग्लव्स सभी वोटर को मिल पाए. ताकि किसी को बैलेट मशीन को नंगी हाथों से छूने की जरूरत न पड़े. इसके अलावा बूथ के बाहर इंफ्रारेड थर्मोमीटर की भी व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा कुछ सुरक्षा किटों को रिजर्व में भी रखा गया है. ताकि जरूरत पर निकाला जा सके. ऐसे में इस कोरोना काल के दौरान वोटिंग करवाना इलेक्शन कमीशन के लिए बड़ी चुनौती बनी नजर आ रही है.
इलेक्शन कमीशन के अधिकारी की मानें तो इस बार चुनाव में कुल 625 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है. जो 2015 में हुए चुनाव का 131 प्रतिशत अधिक है. अगले सप्ताह तक पूर्णिया और मुजफ्फरपुर यूनिट में भी कोविड किट को पहुंचाने की बड़ी चुनौती बनी हुई है. यहां दूसरे और तीसरे चरण में चुनाव होने है.
Posted By : Sumit Kumar Verma