पटना : जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चुनाव में जीत मिली तो क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं का समाधान दो महीने में खोजने का सख्त निर्देश सभी विधायकों को दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि हमलोग हवाबाजी नहीं करते, ठोस योजना बनाते हैं. अध्ययन करते हैं और उस हिसाब से काम करते हैं.
उन्होंने अगली बार मौका मिलने पर सात निश्चय भाग-2 के तहत राज्य का विकास करने का संकल्प दोहराया. वह इस चुनाव में पहली बार रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के साथ संयुक्त रूप से चार विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने बक्सर से भाजपा प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी, डुमरांव से जदयू की अंजुम आरा, तरारी से भाजपा के कौशल कुमार विद्यार्थी और जगदीशपुर विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी सुष्मलता कुशवाहा के पक्ष में सभाओं को संबोधित किया. इस दौरान जदयू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा सहित स्थानीय नेताओं ने भी संबोधित किया.
नीतीश कुमार ने राज्य में रोजगार के नये अवसर प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों पर जोर दिया और सत्ता में वापस आने पर हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का वादा किया.
उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी शासनकाल पर कहा कि पति-पत्नी के शासनकाल में बिहार में लगभग कोई भी शैक्षणिक संस्थान नहीं था, जो कुछ भी थे, बेकार थे. हमने इंजीनियरिंग कॉलेजों, पॉलिटेक्निक, एएनएम कॉलेजों की स्थापना किया है. अब हर जिले में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना का प्रस्ताव रखा है.
नीतीश कुमार ने क्षेत्र की महिला मतदाताओं से बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की. कहा कि वे 28 को मतदान केंद्रों पर जाने वाले पहले व्यक्ति बनें और एनडीए उम्मीदवार को भारी जनादेश से विजयी बनाने के लिए मतदान करें. विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग बिहार के विकास के लिए कुछ भी नहीं करते हैं और उनके पास कोई विजन नहीं है. वे सभी चाहते हैं कि अपने लिए पैसा कमाया जाये और राज्य को लूटा जाये. हमने जो कुछ किया है, वह राज्य के लोगों के विकास के लिए किया है.
नीतीश कुमार ने कहा कि हम प्रवासी शब्द में विश्वास नहीं करते. पूरा देश एक है, कोई भी जहां चाहें, वहां जा सकता है. हालांकि, हम बिहार में ही रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए दृढ़ हैं, ताकि किसी को भी मजबूरी में राज्य से बाहर काम के लिए न जाना पड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दवाओं का मुफ्त वितरण शुरू किया. राज्य में डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि हुई और आज 10 हजार से अधिक लोग हर महीने पीएचसी में इलाज के लिए जाते हैं.
Posted by Ashish Jha