हांगकांग के अधिकारियों ने एयर इंडिया और विस्तारा पर 30 अक्टूबर तक उड़ानें संचालित करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. क्योंकि कई यात्रियों को कोविड -19 की जांच में पॉजिटिव पाया गया है. यह तीसरी बार है जब एयर इंडिया की उड़ानों को हांगकांग सरकार ने उन यात्रियों को लाने के लिए प्रतिबंधित किया है, जिनके हांगकांग पहुंचने के बाद उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी है. इससे पहले 20 सितंबर से 3 अक्टूबर तक उड़ानों में प्रतिबंध लगाया गया था. इससे पहले 18 अगस्त से 31 अगस्त के दौरान भी उड़ानें प्रतिबंधित थी.
स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार, हांगकांग में आने वाले सभी यात्रियों को यात्रा से 72 घंटे पहले किए गए परीक्षण से COVID-19 टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव होनी चाहिए. अगर यात्री कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट जारी नहीं करता है तो एयरलाइंस अपनी उड़ान रोक सकती है.
हालांकि अभी तक एयर इंडिया और विस्तारा की तरफ से इस संबंध में कोई बयान जारी नहीं किया गया है. वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि एयर इंडिया की दिल्ली-हांगकांग फ्लाईट और विस्तारा की चेन्नई-हांगकांग फ्लाइट में हांगकांग में उतरने पर कुछ यात्रियों के कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाये गये थे.
अधिकारी ने कहा, “नतीजतन, इन दोनों एयरलाइंस की फ्लाइट को हांगकांग सरकार ने 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक रोक दिया है.” इसी तरह की एक घटना पिछले महीने सामने आई थी जब दुबई के अधिकारियों ने दो यात्रियों को COVID-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस को कुछ दिनों के लिए उड़ान भरने से प्रतिबंधित कर दिया था. हालांकि, बाद में अधिकारियों ने दिशानिर्देश जारी करने के साथ एयरलाइन को उड़ानों को संचालित करने की अनुमति दी.
यूएई सरकार के नियमों के अनुसार, भारत से यात्रा करने वाले प्रत्येक यात्री को यात्रा से 96 घंटे पहले आरटी-पीसीआर परीक्षण द्वारा किये गये कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट देनी पड़ती है.बता दें कि जिस यात्री की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी उस यात्री ने एयर इंडिया एक्सप्रेस की जयपुर-दुबई फ्लाइट IX 1135 से उड़ान भरी थी. एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बाद में ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी के कर्मचारियों पर निगरानी रखी.
Posted By: Pawan Singh