Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की प्रक्रिया शुरू हो गयी है और पहले चरण की वोटिंग के लिए उम्मीदवार तय हो चुके हैं. बिहार चुनाव में परिवारवाद का बोलबाला दिख रहा है. आलम यह है कि रिश्तेदार अलग-अलग दलों से टिकट लेकर आपस में एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं. मां-बेटे, ससुर-दामाद, समधी- समधिन से लेकर देवर भाभी भी चुनावी मैदान में उतर चुके हैं.
बिहार चुनाव में कुछ सीटों पर रिश्तेदार आपस में मुकाबला कर रहे हैं, तो कई मामलों में रिश्तेदार अलग-अलग सीटों पर आमने-सामने है. इसी कड़ी में नरकटियागंज में देवर-भाभी चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं. कांग्रेस ने आज अपने उम्मीदवारों का एलान किया. जिसमें नरकटियागंज से पार्टी ने विधायक विनय वर्मा को अपना उम्मीदवार घोषित किया. वहीं इस सीट पर भाजपा से रश्मि वर्मा बनी है प्रत्याशी हैं. बता दें कि विधायक विनय वर्मा के भाई स्वर्गीय आलोक वर्मा की पत्नी हैं रश्मि.
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बता दें कि बिहार की राजनीति में वंशवाद की पैठ गहरी है. राजद, लोजपा आदि पार्टियां तो वंशवाद की वाहक बनी हुई हैं, लेकिन भाजपा, जदयू व कांग्रेस भी इससे अछूते नहीं हैं.पिछली बार के बिहार विधानसभा चुनाव में लगभग 35 राजनीतिक परिवारों से 44 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. इसमें भाजपा के लगभग 10, लोजपा की तरफ से छह, राजद की तरफ से तीन, हम की ओर से तीन उम्मीदवारों को चुनावी मैदान दिया गया था. ये सिलसिलसा इस बार भी जारी है.