नयी दिल्ली: कांग्रेस पार्टी में बड़े बदलाव के संकेत मिल रहे हैं. बीते मंगलवार को कांग्रेस पार्टी के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के सदस्यों की बैठक हुई. इसमें फैसला लिया गया कि कांग्रेस पार्टी में शीर्ष से लेकर जमीन तक में नेतृत्व बदलाव के लिए चुनाव करवाया जाना चाहिए.
बैठक में ये भी फैसला लिया गया कि इसके लिए चुनाव की प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए. पार्टी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि यदि सबकुछ शेड्यूल के मुताबिक चला तो 2021 की शुरुआत में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा.
बैठक की अध्यक्षता मधुसूदन मिस्त्री ने की
कांग्रेस की ये बैठक ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के हेडक्वार्टर में हुई. बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने की. इसमें निर्णय लिया गया कि कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव के लिए जल्दी ही चुनाव करवाये जाएंगे. चुनाव करवाने के लिए पहले कांग्रेस वर्किंग कमिटी से मंजूरी ली जाएगी. नवबंर तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर लेने की बात कही गई है.
पार्टी के 23 असंतुष्ट नेताओं ने लिखा था पत्र
दरअसल, पार्टी के 23 वरिष्ठ और असंतुष्ट नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. पत्र में लिखा था कि कांग्रेस पार्टी में शीर्ष स्तर से लेकर गांव तक संगठनात्मक बदलाव की जरूरत है. ऐसे नेताओं के चुनाव की जरूरत है जिनका काम जमीन पर नजर आए. ऐसे नेता चुने जाएं जिनकी जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं और आम जनता से सीधा संपर्क होना चाहिए.
24 अगस्त को हुई थी सीडब्ल्यूसी की बैठक
इस चिट्ठी के बाद 24 अगस्त को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई थी. बैठक में इन असंतुष्ट वरिष्ठ नेताओं से कांग्रेस वर्किंग कमेटी के कई सदस्य नाराज दिखे. उस दिन सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष चुना गया. सोनिया गांधी ने भी इस बात से सहमति जताई थी कि पार्टी को स्थायी अध्यक्ष की जरूरत है. इसके साथ ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी के लिए देशभर से नए सदस्यों का चुनाव करना एक चुनौतीपूर्ण काम होगा.
कांग्रेस के संविधान के मुताबिक कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 24 मेंबर होते हैं. इनमें से 11 का चुनाव होता है वहीं बाकी 12 कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा नॉमिनेट किए जाते हैं. असंतुष्ट नेताओं की मांग पर जल्दी ही नए सदस्यों का चुनाव किया जाएगा. कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इस बात से सहमत हैं कि नए अध्यक्ष का चुनाव जल्द कर दिया जाना चाहिए.
राहुल गांधी होंगे कांग्रेस के अगले अध्यक्ष!
दरअसल, बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लचर प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि कांग्रेस के कई नेताओं ने उनसे पार्टी का अध्यक्ष बने रहने के लिए कहा था लेकिन राहुल गांधी नहीं माने. राहुल गांधी चाहते हैं कि इस बार पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति बने. लेकिन कई सदस्यों का मानना है कि राहुल गांधी को ही कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए.
Posted By- Suraj Thakur