नयी दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के सदस्यों द्वारा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर खालिस्तानी झंडा फहराने के सिलसिले में पंजाब के फिरोजपुर, लुधियाना और मोगा में छह स्थानों पर छापेमारी की है. यह जानकारी एक अधिकारी ने दी.
अमेरिका आधारित अलगाववादी संगठन एसएफजे को सरकार ने उसकी कथित राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित किया है. एनआईए के एक प्रवक्ता के अनुसार 14 अगस्त को दो व्यक्तियों ने मोगा में उपायुक्त कार्यालय परिसर की चार मंजिला इमारत की छत पर पीले रंग का एक झंडा फहराया था, जिस पर खालिस्तान लिखा था.
अधिकारी ने बताया कि इन व्यक्तियों ने मुख्य द्वार के पास फहराये गये भारतीय ध्वज की रस्सी भी काट दी थी और उसे रस्सी के साथ खींच लिया था. एनआईए अधिकारी ने कहा कि इन व्यक्तियों ने यह अपराध एसएफजे आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के इशारे पर किया गया था, जिसने उन्हें नकद राशि की पेशकश की थी.
एनआईए ने मामला भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं और राष्ट्रीय सम्मान के अपमान की रोकथाम अधिनियम के तहत पुन: दर्ज किया था. प्रवक्ता ने बताया कि जिन परिसरों पर छापेमारी की गयी वे आरोपित आकाशदीप सिंह, जोगविंदर सिंह, इंद्रजीत सिंह, जसपाल सिंह और राम तीरथ के हैं.
प्रवक्ता के अनुसार, जसपाल के साइबर कैफे की भी तलाशी ली गयी. छापेमारी के दौरान विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे पेन ड्राइव, लैपटॉप, हार्ड डिस्क और अन्य दस्तावेज जब्त किये गये हैं. आगे की जांच चल जारी है.