रांची : बिरसा चौक के पास सोमवार रात 10.50 लाख रुपये से अधिक और 1335 पासपोर्ट के साथ पकड़े गये राजेश कुमार प्रसाद से मंगलवार को पुलिस ने पूछताछ की. उसने बताया कि वह सीवान का रहनेवाला है और 20 हजार रुपये वेतन पर काम करता है.
उसे पासपोर्ट और पैसा लेकर जमशेदपुर जाना था. वहां कुछ लोग मिलते, जिनके साथ जाना था. यह भी बताया कि उसका सहयोगी चुटिया निवासी राजेश कुमार सिंह पासपोर्ट बनाने की एजेंसी चलाता है. एजेंसी रजिस्टर्ड है, लेकिन संभवत: कुछ माह पहले रजिस्ट्रेशन समाप्त हो गया है.
पासपोर्ट के सत्यापन को लेकर चार लोगों को जगन्नाथपुर पुलिस द्वारा फोन करने पर उनलोगों ने बताया कि पासपोर्ट बनाने के लिए राजेश कुमार सिंह (गोल्डन एजेंसी, चुटिया) को दिया था. उसके द्वारा ही पासपोर्ट और वीजा बनवाने के बाद दुबई, ओमान, सऊदी सहित अन्य देशों में भेजा जाता है.
यह भी बताया कि विदेश में नौकरी करने के लिए ही पासपोर्ट बनवाया था. इसके लिए रुपये भी दिये थे. इसके अलावा और जितने पासपोर्ट का सत्यापन किया गया है, सभी लोगों का कहना है कि विदेश में नौकरी करने के लिए पासपोर्ट बनवाया था.
हटिया एसपी विनीत कुमार ने बताया कि अभी और सत्यापन किया जा रहा है. किसी गड़बड़ी की बात सामने आने पर मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. प्राथमिकी नहीं होने की वजह से पुलिस ने अभी विधिवत रूप से राजेश कुमार प्रसाद को गिरफ्तार नहीं किया है. साथ ही जांच में आयकर विभाग और बैंक अधिकारियों का भी सहयोग लिया जा रहा है. बैंक द्वारा भी बरामद रुपये को सही बताया गया है.
राजेश प्रसाद ने बताया कि जमशेदपुर में कुछ एजेंसियां हैं, जो सीधे तौर पर मुंबई के कुछ लोगों के संपर्क में है. उनके कुछ लोग रांची में भी रहते हैं. इनके जरिये भी लोग पासपोर्ट और वीजा बनवा कर विदेश काम के लिए जाते हैं.
एजेंसी को एक व्यक्ति पर 20 से 25 हजार रुपये कमीशन भी मिलता है. एजेंसी का संपर्क पासपोर्ट विभाग और वेरिफिकेशन करनेवाले कुछ अधिकारियों से होता है, जिनके सहयोग से वे जल्दी पासपोर्ट बनवाने का काम करते हैं.
posted by : sameer oraon