भारतीय स्टेट बैंक के जो भी कस्टमर्स एसबीआई के योनो एप का इस्तेमाल करते हैं उनके लिये यह बेहद ही जरूरी खबर है. खबर यह है कि 11 और 13 अक्टूबर की रात को 12 बजे से सुबह 4 बजे तक इस ऐप में मेंटेनेंस का काम होगा. इस कारण से इस ऐप के जरिये मिलने वाली सुविधाएं बाधित रहेंगी. इस समय आप इस ऐप से किसी भी प्रकार की लेन-देन नहीं कर पायेंगे.
हालांकि इसके लिए एसबीआई ने अपने ग्राहकों को ई-मेल और टेक्सट मैसेज के जरिये जानकारी देना शुरू कर दिया है. बैंक ने ग्राहकों को इसके विकल्प के तौर पर योनो लाइट या एसबीआई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने की सलाह दी है. भारतीय स्टेट ने ग्राहकों को योनो एप का इस्तेमाल से जुड़ी हर Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
बता दें कि देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक अपने डिजिटल प्लेटफार्म योनो को अलग इकाई बनाने के बारे में सक्रियता के साथ विचार कर रहा है. बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने यह कहा है. योनो यानी ‘यू आनली नीड वन ऐप’ स्टेट बैंक की एकीकृत बैंकिंग प्लेटफार्म है. कुमार ने सोमवार शाम एक सालाना बैंकिंग और वित्त सम्मेलन- सिबोस 2020 में कहा, ‘हम अपने सभी भागीदारों के साथ इस बारे में (योनो को अलग अनुषंगी बनाने) विचार विमर्श कर रहे हैं.
सम्मेलन का आयोजन सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंसियल टेलीकम्युनिकेशंस (स्विफ्ट) ने किया. कुमार ने कहा कि योनो के अलग इकाई बन जाने के बाद स्टेट बैंक उसका इस्तेमाल करने वालों में एक होगा. उन्होंने कहा, हालांकि बातचीत अभी शुरुआती दौर में है, मूल्यांकन का काम अभी लंबित है. रजनीश कुमार ने हाल में कहा था कि योनो का मूल्यांकन 40 अरब डालर के आसपास हो सकता है.
योनो को तीन साल पहले शुरू किया गया था. इसके 2.60 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं. इसमें रोजना 55 लाख लॉग-इन होते हैं और 4,000 से अधिक व्यक्तिगत ऋण आवंटन और 16 हजार के करीब योनो कृषि एग्री गोल्ड लोन दिये जाते हैं. कुमार ने यह भी कहा कि स्टेट बैंक खुदरा भुगतान के लिये एक नई समग्र इकाई व्यवस्था के तहत अलग डिजिटल भुगतान कंपनी स्थापित करने पर भी विचार कर रहा है.
रिजर्व बैंक ने इस साल अगस्त में एक अखिल भारतीय खुदरा भुगतान इकाई की अनुमति के लिये नियम कायदे जारी की थी। इसके लिये रिजर्व बैंक के पास आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि 26 फरवरी 2021 है. वर्तमान में देश में नेशनल पेमेंट्स कापोर्रेशन आफ इंडिया (एनपीसीआई) एकमात्र खुदरा भुगतान इकाई है.
Posted By: Pawan Singh
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