कामाख्या : कामाख्या मंदिर के भक्तों के लिए खुशखबरी है. कामाख्या के भक्तों के लिए मंदिर का द्वार रविवार से खुल जायेगा. हालांकि, भक्त अभी सिर्फ परिक्रमा कर सकेंगे. गर्भगृह अब भी बंद रहेगा. देवालय का परिसर भक्तों के लिए सुबह आठ बजे से सूर्यास्त तक खुला रहेगा. यह जानकारी मंदिर प्रबंधन समिति ने दी है.
Kamakhya temple to open from tomorrow for devotees to perform 'parikrama'. The inner sanctum sanctorum will however remain closed; Devalaya complex gate will remain open from 8 am till sunset: Kamakhya Devalaya Management Committee (file pic) #Assam pic.twitter.com/Nb4UXoP21i
— ANI (@ANI) October 10, 2020
कामाख्या देवालय प्रबंधन समिति ने शनिवार को फैसला किया है कि 11 अक्तूबर से परिक्रमा करने के लिए कामाख्या देवालय परिसर के दरवाजे खोल दिये जायेंगे. साथ ही मंदिर परिसर में आनेवाले भक्तों को कोविड-19 को लेकर दिये गये सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा.
कामाख्या मंदिर में परिक्रमा के लिए भक्तों के लिए देवालय का द्वार सुबह आठ बजे से खुल जायेगा. हालांकि, इस दौरान गर्भगृह बंद रहेगा. देवालय परिसर में भक्त सूर्यास्त तक रह सकेंगे. यह जानकारी शनिवार को हुई कामाख्या देवालय प्रबंधन समिति की बैठक में लिया गया.
साथ ही कहा गया है कि मंदिर परिसर सामान्य दिनों में सुबह आठ बजे से खुलेगा. लेकिन, नवरात्रि और दुर्गापूजा के दौरान समय में परिवर्तन किया जा सकता है. साथ ही मंदिर के प्रवेश बिंदु अर्थात कामाख्या तलहटी में स्थित स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगाये गये कैंप में भक्तों को रैपिड एंटीजन टेस्ट से गुजरना होगा.
भक्तों को रैपिड एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर की होनी चाहिए. साथ ही पहाड़ी पर पहुंचने के बाद भक्तों को रिपोर्ट दिखाने के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी. उसके बाद भक्तों को छिन्नमस्ता यानी कामेश्वर मंदिर के सामने स्थित अन्नक्षेत्र कार्यालय से प्रवेश पत्र प्राप्त करना होगा. उसके बाद ही देवालय की ओर जा सकेंगे.
भक्तों को मुख्य द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग की जायेगी. साथ ही सैनिटाइजेशन चैंबर से गुजरना होगा. सभी भक्तों को सोशल डिस्टेन्स का पालन करना होगा. साथ ही फेस मास्क पहनना भी अनिवार्य होगा. एक भक्त को अधिकतम 15 मिनट ही समय दिये जायेंगे.