रांची : भीमा कोरेगांव मामले में एनआईए ने मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी के खिलाफ मुंबई की अदालत में चार्जशीट दायर की है. एनआईए द्वारा फादर स्टेन स्वामी समेत आठ लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है. आपको बता दें कि फादर स्टेन स्वामी को उनके रांची स्थित आवास से एनआईए ने 8 अक्टूबर की रात को गिरफ्तार किया था.
एनआईए द्वारा दाखिल चार्जशीट में बताया गया है कि फादर स्टेन स्वामी का महाराष्ट्र के भाकपा माओवादियों से संपर्क था. उनके द्वारा माओवादी संगठन में प्रचार प्रसार किया जाता था. एनआईए द्वारा इन पर माओवादी कैडरों के लिए फंड जुटाने का भी आरोप लगाया है. एनआईए ने अपनी चार्जशीट में बताया है कि फादर स्टेन स्वामी के पास से कई माओवादी दस्तावेज व साहित्य मिले हैं.
फादर स्टेन स्वामी ने अपनी गिरफ्तारी से पहले कहा था कि एनआईए ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके कम्प्यूटर में फर्जी सबूत डाले हैं. एनआईए द्वारा 8 अक्टूबर की रात को फादर स्टेन स्वामी को रांची के नामकुम के बगइचा स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था.
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फादर स्टेन स्वामी, दादर के आनंद तेलतुंबड़े, गौतम नवलखा, डीयू के प्रोफेसर हनी बाबू, पूणे के सागर गोरखे, रमेश गाइचोर, ज्योति जगताप व मिलिंद तेतुंबड़े के खिलाफ एनआईए ने मुंबई की अदालत में चार्जशीट दाखिल की है. सभी पर राजद्रोह, अनलॉफुल एक्टिविटिज प्रिवेंशन एक्ट व आईपीसी की धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किये गये हैं.
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आपको बता दें कि एक जनवरी 2018 को पुणे के भीमा-कोरेगांव में एक पार्टी के दौरान दलित और मराठा समुदाय के बीच हुई हिंसा मामले में एनआइए ने फादर स्टेन स्वामी को गिरफ्तार किया गया है. मूल रूप से केरल के रहनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी करीब पांच दशक से झारखंड के आदिवासी क्षेत्रों में काम कर रहे हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra