मिहर, भागलपुर : अब चुनाव में कोरोना टेंट संचालकों पर भारी पड़ रहा है. ज्यादातर राजनीतिक दलों के प्रत्याशी डिजिटल प्लेटफार्म का सहारा ले रहे हैं. इस बार टेंट में जो राशि खर्च होती थी, उसका एक बड़ा हिस्सा डिजिटल एप बनाने वाले के पास जायेंगे.
लाउडस्पीकर कोरोबार ठंडा, एक भी बुकिंग नहीं : जिले में सौ से ज्यादा लोग साउंड का कारोबार करते है. साउंड कारोबारी गुड्डू कहते है कि पिछले चुनाव में एक दर्जन से ज्यादा सभा में साउंड सिस्टम की बुकिंग हुई थी. एक कार्यक्रम में बीस हजार रु में बुकिंग की जाती थी.
टेंट कारोबारी कर रहे है नेता जी का इंतजार : जिले में दो सौ से ज्यादा टेंट के कोरोबारी है. टेंट कोराेबारी धमेंद्र कहते है पिछले चुनाव में हमने शहरी क्षेत्र में 10 से ज्यादा काम किया. एक कार्यक्रम की बुकिंग में 30 से 40 हजार में होती थी.
एक करोड़ से ज्यादा के कारोबार पर संशय : चुनाव में कम से कम एक करोड़ का कारोबार होने की उम्मीद कारोबारी कर रहे हैं.
पिछले चुनाव में हुआ दो करोड़ से ज्यादा का कारोबार : टेंट कारोबारी नाथनगर के संजीव कुमार कहते है पिछले चुनाव में हम लोगों का कारोबार बेहतर रहा. इसमें सभी ने मिल कर करीब दो करोड़ का कारोबार किया था.
इसमें सरकारी और राजनीतिक दल का काम जो हम लोगों ने किया वह शामिल है. कम से कम एक स्टेज और बेरिकेटिंग, कुर्सी समेत सभी अन्य कार्य का हम लोग राजनीतिक दल से 40 हजार लेते हैं.
Posted by Ashish Jha