पटना: इस बार बिहार विधानसभा चुनाव कई मायनों में खास है. दो बातें तो ऐसी हैं कि जो किसी भी राज्य की तुलना में बिहार चुनाव में पहली बार हो रही है. किसी भी महामारी में चुनाव कराने वाला बिहार पहला राज्य है, जबकि बिहार में ही ऐसा पहली बार हुआ है कि उम्मीदवारों को अपना आपराधिक रिकॉर्ड अखबारों में भी प्रकाशित कराने के निर्देश दिये गये हैं. बिहार चुनाव की बात करें तो वर्ष 1951 से अब तक 16 चुनाव हो चुके हैं. बीते 70 वर्षों में यह 17 वां चुनाव है. इस दौरान आठ बार राष्ट्रपति शासन भी बिहार में लग चुके हैं. पेश है रिपोर्ट…
नीतीश कुमार के शासन काल के दिनों और लालू राबड़ी के शासन दिन को मिला कर तुलना की जाये तो राजद के दोनों मुख्यमंत्रियों से नीतीश कुमार ने अभी 279 दिन कम शासन किया है. वहीं अब तक सबसे कम दिन शासन करने का रिकॉर्ड संयुक्त सोशलिस्ट मोर्चा के सीएम सतीश प्रसाद सिंह के नाम रहा है. वे मात्र चार दिन के लिए बिहार के सीएम बने थे. वहीं नीतीश कुमार भी पहली बार वर्ष 2000 के तीन मार्च से दस मार्च तक सात दिनों के लिए पहली बार मुख्यमंत्री बने थे. बिहार में अब तक आठ बार राष्ट्रपति शासन भी लग चुका है. वर्ष 2005 के मार्च से नवंबर तक सबसे अधिक 262 दिन का राष्ट्रपति शासन का रिकॉर्ड है. इसमें खास बात है कि बिहार में पहली बार वर्ष 1968 के जून में पहली बार और वर्ष 2005 के मार्च से नवंबर तक अंतिम बार राष्ट्रपति शासन लगा है. इस दौरान राज्य में 23 मुख्यमंत्री बने हैं.
वर्ष @ माह @ कितने दिन
1968-69 @ जून-फरवरी @ 242
1969-70 @ जुलाई से फरवरी @ 225
1972 @ जनवरी से मार्च @ 70
1977 @ अप्रैल से मार्च @ 55
1980 @ फरवरी से जून @ 112
1995 @ मार्च से अप्रैल @ 07
1999 @ फरवरी से मार्च @ 26
2005 @ मार्च से नवंबर @ 262
नाम – कार्यकाल – कार्य दिवस
नीतीश कुमार – पांच – 5154
श्रीकृष्ण सिंह – तीन – 4918
राबड़ी देवी – तीन – 2746
लालू प्रसाद – दो – 2687
जगन्नाथ मिश्रा – तीन – 2006
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya