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समाजवादियों का गढ़ है कोसी का इलाका, सात बार विधायक चुने गये थे अनूप लाल यादव

कोसी प्रभावित सुपौल जिला हमेशा से राजनीतिक रूप से जागरुक रहा है. यह इलाका समाजवादियों की धरती रही है. जिसने पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र, पूर्व सीएम डॉ जगन्नाथ मिश्र, पूर्व मंत्री लहटन चौधरी, अनूप लाल यादव जैसे दर्जनों ऐसे नेताओं को जन्म दिया.

अमरेन्द्र, सुपौल : कोसी प्रभावित सुपौल जिला हमेशा से राजनीतिक रूप से जागरुक रहा है. यह इलाका समाजवादियों की धरती रही है. जिसने पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र, पूर्व सीएम डॉ जगन्नाथ मिश्र, पूर्व मंत्री लहटन चौधरी, अनूप लाल यादव जैसे दर्जनों ऐसे नेताओं को जन्म दिया, जिन्होंने अपने जीवनकाल में देश की आजादी से ले कर देश के विकास के लिए अमूल्य योगदान दिया. साथ ही राजनीति का एक अलग मानदंड भी स्थापित किया. इनमें से कई ऐसे नेता थे जिनका व्यक्तित्व खुद उनके दल पर भी भारी पड़ता था. यही वजह रहा कि ऐसा नेता भले ही अलग-अलग दलों से कई चुनाव लड़े हों लेकिन जनता ने दल को भुला उनके व्यक्तित्व को महत्ता देते हुए उन्हें बार-बार विजयी का सेहरा बांधा. इस बार के विस चुनाव में दावेदारों की लंबी कतार है.

72 वर्षों तक राजनीति में रहे सक्रिय

जिले में राजनीति के एक ऐसे ही धरोहर थे त्रिवेणीगंज प्रखंड के मलहनमा गांव निवासी समाजवादी नेता अनूप लाल यादव. करीब 72 वर्षों तक राजनीति में सक्रिय रहने वाले श्री यादव का जन्म 05 अक्टूबर 1923 एवं निधन 09 अगस्त 2013 को हुआ था. इस बीच उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल हुए. फिर देश की आजादी के बाद वे त्रिवेणीगंज विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक चुने गए. इस दौरान 1971 से 1977 तक वे करीब छह वर्षों तक राज्य सरकार में मंत्री भी रहे. जबकि वर्ष 1998 के संसदीय चुनाव में सहरसा लोकसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की.

त्रिवेणीगंज विधानसभा क्षेत्र का सफर

त्रिवेणीगंज विधानसभा क्षेत्र से 1957 में कांग्रेस के योगेश्वर झा, 1957 उप चुनाव में कांग्रेस के तुलमोहन राम, 1962 में कांग्रेस के खूबलाल महतो, 1967, 1969, 1972 में संशोपा से तथा 1977 में जनता पार्टी से अनुपलाल यादव, 1980 में कांग्रेस के जगदीश मंडल, 1985 में लोकदल से अनुपलाल यादव, 1990 में जनता दल से अनुपलाल यादव, 1995 में कांग्रेस से विश्वमोहन कुमार, 2000 में राजद से अनुपलाल यादव, 2005 फरवरी में लोजपा से विश्वमोहन कुमार, 2005 अक्टूबर में जदयू से विश्वमोहन कुमार, 2009 उप चुनाव में जदयू से दिलेश्वर कामैत, 2010 में जदयू की अमला देवी एवं वर्ष 2015 में जदयू की वीणा भारती विजयी रही. अनुपलाल यादव ने इस सीट पर विभिन्न दलों से 07 बार जीत दर्ज की.

बदले समीकरण में कड़े टक्कर की संभावना

जिले का त्रिवेणीगंज विधानसभा सीट अनुसूचित जाति आरक्षित सीट में शामिल है. वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जदयू की वीणा भारती विजयी रही थी. उन्होंने लोजपा के अनंत कुमार भारती को करीब 52 हजार मतों से पराजित किया था. श्रीमती भारती को 89 हजार 869 तथा लोजपा प्रत्याशी को 37 हजार 469 मत प्राप्त हुए थे. इस बार समीकरण बदल चुका है. माना जा रहा है कि इस चुनाव में उक्त सीट पर महागठबंधन प्रत्याशी से वर्तमान विधायक की कड़ी टक्कर होगी.

करीब पौने तीन लाख मतदाता करेंगे फैसला

त्रिवेणीगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्या 02 लाख 77 हजार 345 है. जिनमें 01 लाख 43 हजार 800 पुरूष, 01 लाख 33 हजार 538 महिला एवं 07 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं.

posred by ashish jha

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