नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमनाथ ट्रस्ट की ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने बैठक के बाद कहा, हमने मंदिर के कई मुद्दों पर बातचीत की इस बातचीत में कैसे ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को ऑनलाइन दर्शन का मौका मिला इस पर भी बात हुई.
Participated in the Shree Somnath Trust meeting via video conferencing. We discussed a wide range of issues pertaining to the Temple, including the exceptional community service by the Trust during these times and harnessing of technology to enable more devotees to pray.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 30, 2020
बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में बरी होने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस बैठक में शामिल हुए.
सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट 8 सदस्यों का ट्रस्टी बोर्ड है. इस वक्त इस बोर्ड में सिर्फ 7 सदस्य हैं. इन सात सदस्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल, लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री अमित शाह, हर्षवर्धन नेवतिया, पीके लहेरी, जी डी परमार शामिल हैं ट्रस्ट के चेयरमैन के रूप में केशूभाई पटेल हैं.
सोमनाथ ट्रस्ट ही प्रभास पाटन में मौजूद सभी 64 मंदिरों का प्रबंधन देखता है. इन मंदिरों के माध्यम से कई मंदिरों का संचालन होता है. मंदिर के पास ट्रस्ट के पास 2,000 एकड़ जमीन है.
क्या है सोमनाथ ट्रस्ट
सोमनाथ ट्रस्ट एक धार्मिक चैरिटबल ट्रस्ट है. यह गुजरात पब्लिक ट्रस्ट एक्ट 1950 के तहत रजिस्टर्ड है. इस ट्रस्ट के पास ही सोमनाथ मंदिर, 64 अन्य मंदिर, इसके गेस्ट हाउस का ध्यान और रखरखाव रखने का अधिकार है. ट्रस्ट का कामकाज इसके ट्रस्टी देखते हैं. ट्रस्टी के बोर्ड में एक चेयरमैन और सचिव समेत आठ सदस्य होते हैं.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak