मुंगेर : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 की घोषणा हो चुकी और आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गया. जिस पर कोविड-19 का असर सीधा दिख रहा है. चुनाव को लेकर होने वाला सभा, रैली, डोर टू डोर मतदाता से संपर्क, वाहनों के काफिले के साथ चुनाव प्रचार, मतदान की प्रक्रिया, वोटों की गिनती सभी बदला-बदला रहेगा. कुल मिलाकर कहा जाये तो इस बार का विधानसभा चुनाव का नजारा बिल्कुल ही नये अंदाज के साथ होगा. जो बदला-बदला नजारा प्रस्तुत करेगा.
कोविड-19 को लेकर कई दिशा-निर्देश दिया गया है. बूथों पर जहां कोविड-19 से संबंधित जागरूकता पोस्टर लगाया जायेगा. वहीं इस बार 80 वर्ष से अधिक एवं शारीरिक रूप से दिव्यांग मतदाताओं को सहारा देकर बूथों पर ले जाने की कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि ऐसे मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा चुनाव ने कर दी है. कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों को भी पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध कराया जायेगा. बूथ पर पंक्ति में खड़े मतदाताओं को एक दूसरे से छह फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी. इसके लिए पंक्ति में मार्क बनाया जायेगा.
इतना ही नहीं इस बार बूथ पर तीन लाइन महिला-पुरुष व दिव्यांग के लिए अलग-अलग लगाया जायेगा. बूथ के मुख्य द्वार पर हेल्प डेक्स बनाया जायेगा. जहां एक नोडल हेल्थ ऑफिसर जिला स्तर पर तथा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए एक-एक नोडल हेल्थ अधिकारी प्रतिनियुक्त होंगे. मतदाता मास्क में होंगे और बूथ में प्रवेश से पहले उन्हें थर्मल स्क्रैनिंग का परीक्षा देना होगा. बूथों पर साबुन और पानी भी उपलब्ध रहेगा. इवीएम और वीवीपैड के प्रथम तथा द्वितीय रेडेमाइजेशन कार्य बड़े हाल में कराया जायेगा. इवीवीएम और वीवीपैट का हैंडलिंग गलब्स पहनकर किया जायेगा. नॉमिनेशन फॉर्म ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा. प्रत्याशी इसे ऑनलाइन भरकर प्रिंट रिटर्निंग ऑफिसर को देंगे. प्रत्याशी शपथ पत्र भी ऑनलाइन वेबसाइट पर डालेंगे. प्रत्याशी स्क्यूरिटी मनी भी ऑनलाइन जमा कर सकेंगे. कैश भी ट्रेजरी में जमा किया जा सकता है.
पोलिंग अधिकारी के सामने एक ही मतदाता जायेगा इस बार किसी भी बूथ पर एक हजार से अधिक मतदाता नहीं होगा. बूथ पर पहले आओ और पहले वोट गिराओ की व्यवस्था होगी. वोटरों को लंबी कतार से बचाने के लिए हेल्प डेस्क की व्यवस्था रहेगा. वोट गिराने के लिए एक समय में एक ही मतदाता पोलिंग अधिकारी के पास खड़ा रहेगा. मतदाताओं को मतदान पंजी पर हस्ताक्षर करने तथा इवीएम के बटन को दबाने से पहले उन्हें हैंड सैनिटाइज कराया जायेगा. पहचान के समय मतदाताओं को अपना मास्क नीचे खिसकाना होगा. मतदान कक्ष में भी मतदाताओं के लिए हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था रहेगी.
हर चुनाव में नामांकन के दौरान प्रत्याशी अपना शक्ति प्रदर्शन एक तरह से करता था. वाहनों का काफिला, लोगों का हुजूम दिखाई पड़ता था. लेकिन इस बार नामांकन उत्सव भी सादा-सादा होगा. नामांकन में प्रत्याशी ताम-झाम नहीं दिखा सकेंगे. रिटर्निंग ऑफिसर का चैंबर भी पर्याप्त जगह वाला होगा. ताकि सोशल डिस्टैसिंग का पालन कराया जा सके. नामांकन के दौरान मात्र दो लोग ही अंदर जायेंगे. इतना ही नहीं वाहन भी दो ही लेकर नामांकन कराने प्रत्याशी जायेंगे. रिटर्निंग ऑफिसर प्रत्याशियों के लिए पहले से ही समय का निर्धारण कर देंगे. प्रत्याशियों की प्रतीक्षा के लिए भी प्रर्याप्त जगह उपलब्ध रखा जायेगा.
प्रत्याशी द्वारा प्रचार अभियान में कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करना होगा. डोर टू डोर अभियान के दौरान प्रत्याशी सहित पांच समर्थक ही रहेंगे. रोड शो में इस बार दस की जगह पांच वाहन का ही इस्तेमाल प्रत्याशी कर सकेंगे. दूसरे रोड शो के लिए कम से कम आधा घंटा का अंतराल रहेगा. चुनावी बैठक और रैली के लिए कोविड-19 के गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करना होगा. मीटिंग स्थल की सूचना पहले ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी को देनी होगी. ग्राउंड में प्रवेश और निकास को भी चिह्नित किया जायेगा. जिला निर्वाचन पदाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक इस बात से आश्वस्त होंगे कि निर्धारित संख्या से अधिक लोग किसी स्थिति में नहीं आयेंगे.
posted by ashish jha