बेलवा : किशनगंज प्रखंड के बेलवा पंचायत के टेंगरमारी गांव के ग्रामीणों ने रविवार को नदी के कटाव से बचाव के लिए सामूहिक दुआ की. कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण महानंदा एवं डोंक नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी हुई है. जिस कारण कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जिससे जानमाल सहित फसलों का काफी नुकसान हुआ है.
वहीं दूसरी ओर बाढ़ का जलस्तर बढ़ने से बेलवा पंचायत के टेंगरमारी गांव भी बाढ़ की चपेट में हैं. कटाव टेंगरमारी गांव एवं टेंगरमारी पुल की ओर लगातार बढ़ता जा रहा है. बढ़ते कटाव को देख ग्रामीणों ने मिलकर स्वयं नदी किनारे बांस एवं बल्ले से पिल्लिंग भी किया था. बांस एवं बल्ले के पिल्लिंग से तत्काल कटाव तो रुक गया लेकिन दूसरे दिन पुनः कटाव शुरू हो गया.
कटाव की सूचना प्रशासन को भी दी गई. किंतु जब रविवार तक कोई कटावरोधी कार्य प्रशासन द्वारा नहीं किया गया तो टेंगरमारी एवं बेलवा के ग्रामीणों ने मिलकर नदी किनारे सामूहिक रूप से उपर वाले से दुआ मांगी. ताकि कटाव रूक जाए. इस मौके मौलाना मुनाजीरुल इस्लाम, मौलाना इजहार अस्फी, मोलाना साजिद हुसैन, सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे.
मसौढ़ी : लगातार हो रही बारिश की वजह से पुनपुन नदी का जलस्तर पिछले एक सप्ताह से खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. हालांकि रविवार सुबह से प्रति घंटा एक सेंटीमीटर जलस्तर में कमी होने लगी है. बावजूद अभी भी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. केंद्रीय जल आयोग पटना की मानें तो नदी का जलस्तर खतरे के निशान 50.60 मीटर की जगह रविवार की रात आठ बजे तक 51.53 सेंटीमीटर दर्ज किया गया है.
इधर नदी के जलस्तर में वृद्धि को लेकर निचले इलाके में नदी में स्थित तटबंधों पर दबाव बढ गया है. बावजूद अभी सभी तटबंध सुरक्षित बताये जाते हैं. वहीं पुनपुन नदी में जलस्तर में वृद्धि होने के बाद से लगातार पुनपुन सुरक्षा बांध की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. स्थानीय प्रशासन के साथ साथ पुनपुन बाढ़ नियंत्रण इस पर अपनी पैनी नजर बनाये हुए है.
posted by ashish jha