India China Face Off updates, LAC,Ladakh : भारत-चीन के बीच तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है. हालांकि दोनों देश इस तनाव को कम करने का प्रयास कर रहे हैं. इस संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि दोनों देश सीमा विवाद सुलझाने में वे सक्षम हैं. ट्रंप का यह बयान पहले भी आ चुका है. इससे पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के संदर्भ में कहा कि दोनों देश “अभूतपूर्व” स्थिति से गुजर रहे हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत और चीन मौजूदा सीमा विवाद हल कर लेंगे. साथ ही उन्होंने एक बार फिर दोनों एशियाई देशों की मदद की पेशकश की. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, मुझे पता है कि चीन और भारत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि वे इससे निपट लेंगे. उन्होंने कहा, अगर हम मदद कर सकते हैं , तो जरूर मदद करना चाहेंगे.
राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ दिन पहले ही भारत और चीन के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों ने कई महीनों से लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी गतिरोध को हल करने के लिए वार्ता की थी. इस बीच, समाचार पत्र ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने अपनी एक खबर में कहा कि सीमा संघर्ष भारत को एक असंयमित प्रतिक्रिया के लिए उकसा रहा है.
अखबार ने कहा, भारत नए जहाजों के निर्माण और तटीय निगरानी चौकियों का नेटवर्क बनाते हुए अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास बढ़ा रहा है जो नई दिल्ली को हिंद महासागर के समुद्री यातायात पर नजर रखने में मदद करेगा. भारत और दक्षिण एशिया मामलों के अमेरिकी विशेषज्ञ एशले टेलिस ने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने इस संकट में भारत के समर्थन करने में बहुत पारदर्शी रुख अपनाया है.
इधर विश्व आर्थिक मंच के ऑनलाइन सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन अपनी वृद्धि के साथ-साथ ही कैसे एक-दूसरे के साथ तालमेल बैठाते हैं, यह एक बड़ा मुद्दा है, जिसका एक हिस्सा सीमा विवाद है. रूस की राजधानी मास्को में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से इतर 10 सितंबर को चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत के बाद, साढ़े चार महीने से चल रहे सीमा विवाद पर जयशंकर की यह पहली टिप्पणी है.
गौरतलब है कि सोमवार को भारत और चीन के कोर कमांडरों की अहम वार्ता हुई थी, जिसके बाद दोनों पक्षों ने कई फैसलों की घोषणा की जिनमें सीमा पर अधिक सैनिकों को भेजना बंद करना और ऐसी किसी कार्रवाई से बचना जिससे मामला और जटिल होता हो, शामिल हैं. जयशंकर ने विश्व आर्थिक मंच पर दुनिया के कुछ अहम मसलों पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण को लेकर हमें अपनी सोच में बदलाव करने की जरूरत है.
Posted By : Amitabh kumar