छपरा (सदर) : नेपाल द्वारा लगभग चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंडक नदी के जल स्तर में लगभग एक मीटर की बढ़ोतरी के साथ-साथ गोपालगंज जिले में कुछ स्थानों पर पानी कुछ तटबंधों के ऊपर से बहने को लेकर सारण में तटबंध बांध के मद्देनजर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. डीएम सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर एडीएम डॉ गगन ने मशरक तथा मढ़ौरा अनुमंडल में पदाधिकारियों के साथ तथा एडीएम विभागीय जांच भरत भूषण ने अमनौर, परसा, मकेर के बीडीओ व सीओ के साथ बैठक की.
संभावित बाढ़ के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान दोनों पदाधिकारियों ने सारण में दुबारा संभावित बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक तैयारियां स्थानीय स्तर पर करने का जहां निर्देश दिया.
वहीं विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बूथों की व्यवस्था, विधानसभावार तैयारियों की समीक्षा की. इस संबंध में पूछे जाने पर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि गोपालगंज में कुछ तटबंधों से नदी का पानी ओवर फ्लो करने के साथ सतर्कता बरती जा रही है. इसके अलावे लगातार हो रही भारी बारिश के कारण भी कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति है.
पूर्व से सारण जिले में बाढ़ से हुई तबाही के बाद दूसरी बार बाढ़ की आशंका को लेकर आम लोगों में भय व्याप्त है. फलत: प्रशासन पूर्व से ही लोगों को सतर्क करने के साथ-साथ आवश्यक तैयारियां कर रहा है. हालांकि शुक्रवार को बाल्मिकी नगर बराज से पानी कम छोड़े जाने के कारण राहत की उम्मीद है.
बावजूद मशरक, तरैया, इसुआपुर, अमनौर, परसा, मकेर के बीडीओ तथा सीओ के अलावे सिविल सर्जन व अन्य पदाधिकारियों को निर्देश देकर संभावित दुबारा बाढ़ के मद्देनजर आवश्यक तैयारियां की जा रही है. मालूम हो कि गत माह अगस्त में आये भीषण बाढ़ के कारण सारण जिले में डेढ़ लाख परिवार बाढ़ से प्रभावित हुआ था, जिसमें एक लाख 37 हजार 155 परिवारों को अब तक 82 करोड़ 29 लाख 90 हजार रुपये जीआर मद में बांटे जा चुके हैं. वहीं इसुआपुर, अमनौर के शेष बाढ़ प्रभावित को शीघ्र ही वितरण करने का निर्देश संबंधित सीओ को दिया गया है.
posted by ashish jha