पटना : पटना अंचल सहित तकरीबन समूचे बिहार में भारी बारिश के आसार हैं. खतरनाक वज्रपात होने का भी पूर्वानुमान जारी किया गया है. पश्चिमी एवं मध्य बिहार में कुछ एक स्थान पर भारी से अधिक बारिश होने की आशंका है. आपदा प्रबंधन विभाग ने इस संबंध में जरूरी अलर्ट घोषित किया है. इस तरह अगले 24 घंटे खतरनाक हो सकते हैं. राहत की बात है कि 27 सितंबर से बरसात में कुछ राहत मिल सकती है. साथ ही बारिश की वजह से पूरे प्रदेश में दिन और रात का तापमान सामान्य से नीचे आ गया है. मौसम विज्ञानियों का मत है कि बारिश के इस दौर के बाद पिछले दिनों की भांति गर्मी नहीं पड़ेगी. इधर बिहार में पिछले चौबीस घंटे में दर्जनों स्थानों पर भारी से भी अधिक बारिश दर्ज की गयी है.
गोपालगंज के हथवा में सर्वाधिक 270 मिलीमीटर, गोपालगंज के ही भोरे में 240 मिलीमीटर, वाल्मीकि नगर में 230 मिलीमीटर, फारबिसगंज में 220 मिलीमीटर, राम नगर और बाघा में 180-180 मिलीमीटर, मोतिहारी,गौनाहा में 150-150 , त्रिवेणीगंज और बसुआ में 140-140, किशनगंज, वीरपुर और नवादा में 130-130, भीम नगर, हुसैनगंज सुपौल, निर्मली में 120-120, श्रीपालपुर, झंझारपुर, चिनपटिया और महाराजगंज में 110-110 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है.
प्रदेश में अब तक सामान्य से 26 फीसदी अधिक 1246 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. प्रदेश मेें अब तक की सामान्य बारिश 986 मिलीमीटर है. जहां तक पिछले चौबीस घंटे का सवाल है,पूरे बिहार में औसतन भारी बारिश के बराबर बारिश दर्ज की गयी है. बिहार में एक दिन में शुक्रवार को 62.5 मिलीमीटर बरसात हुई. जबकि 25 तारीख को औसतन 9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती रही है.
जहानाबाद. गत चार-पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश से जिले के नदियों का जल स्तर बढ़ने लगा है. शहर से गुजरनेवाली दरधा और जमुनइया नदी में जल के स्तर में काफी वृद्धि देखने को मिली है. ठाकुरबाड़ी संगम घाट पर नदी का पानी कई सीढ़ियों तक ऊपर आ गया है. वहीं इसी तरह से जल स्तर बढ़ता रहा तो नदी का पानी जाफरगंज पुलिया के ऊपर से बहने लगेगा. नदी किनारे बसे आंबेडकर नगर, बिचली मुहल्ला और जाफरगंज के कई घरों में पानी घुस जाने की आशंका बनी हुई है. अगर रात को अचानक पानी बढ़ गया तो कोई बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में नदी का पानी खेतों में फैलने से फसलों के नष्ट होने का डर भी किसानों को सता रहा है.
posted by ashish jha