छपरा : छपरा नगर निगम की मेयर प्रिया सिंह की कुर्सी चली गयी. नगर निगम के पार्षदों ने निगम मेयर प्रिया सिंह पर अविश्वास प्रस्ताव पास करा दिया. वार्ड पार्षदों की ओर से लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मंगलवार को निगम सभागार में मतदान किया गया. इस दौरान मेयर के पक्ष में सिर्फ दो वोट पड़े और विपक्ष में 23 पार्षदों ने वोट डाले. इस तरह से छपरा नगर निगम की पहली मेयर अपनी कुर्सी बचाने में नाकामयाब रही, मेयर के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नगर निगम में दो महीने से गहमा-गहमी चल रही थी.
इसके बाद आखिरकार मंगलवार को वोटिंग की गयी और नगर निगम की मेयर बहुमत साबित करने में नाकामयाब रहीं. 2017 में पहली बार नगरपालिका से नगर निगम बनने के बाद प्रिया सिंह छपरा की पहली मेयर बनीं. इसके बाद 2019 में पार्षदों द्वारा उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, हालांकि उन्होंने बहुमत साबित कर कुर्सी बचा ली थी. लेकिन इस बार अपनी कुर्सी हार गयी.
निगम में अनियमितता का लगाया आरोप : छपरा नगर निगम परिसर में सुबह से ही गहमागहमी देखी गयी. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे. दोपहर 11:30 बजे के आसपास मेयर नगर निगम पहुंची इसके बाद पक्ष और विपक्ष के पार्षद भी नगर निगम पहुंचने लगे. इस दौरान मेयर के पक्ष वाले पार्षदों की संख्या काफी कम रही. वहीं विपक्ष पार्षदों की संख्या 20 से अधिक रही. इसके बाद वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा शुरू हुई.
इस दौरान काफी देर गहमागहमी भी चली. लगभग तीन घंटे बैठक होने के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई. इस दौरान मेयर के पक्ष में सिर्फ दो वोट और विपक्ष में 23 वोट पड़े. वहीं चार मत अमान्य रहे. अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षद काफी खुश नजर आये. पार्षदों ने कहा कि छपरा नगर निगम में काफी अनियमितता थी. जिससे तंग आकर पार्षदों ने मेयर प्रिया सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था.
posted by ashish jha