नयी दिल्ली : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 कब है? चुनाव आयोग इसकी घोषणा कब करेगा? क्या अगले 2 से 3 दिनों में बिहार चुनाव की घोषणा हो जाएगी? ऐसी तमाम खबरों पर चुनाव आयोग ने अभी बहुत कुछ स्पष्ट नहीं किया है लेकिन मीडिया में चल रही खबरों को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा है कि चुनाव आयोग अगले कुछ दिनों में बिहार का दौरा करने का निर्णय करेगा, जहां कोविड-19 महामारी के बीच इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारत जैसे विशाल, बहुभाषी एवं विभिन्नता लिए हुए लोकतांत्रिक देश में चुनाव कराना एक चुनौती है. बिहार में करीब सात करोड़ 29 लाख मतदाता हैं.
‘कोविड-19 के दौरान चुनाव कराने के मुद्दे, चुनौतियां और प्रोटोकॉल : देश का अनुभव साझा करना’ इस विषय पर आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि बिहार का दौरा करने को लेकर चुनाव आयोग अगले दो-तीन दिन में निर्णय करेगा’. इस खबर को मीडिया में इस तरह से चलाया गया कि अगले दो दिन दिनों में चुनाव की घोषणा हो जाएगी. इसी पर सीईसी ने स्पष्टीकरण जारी किया था.
चुनाव आयोग आमतौर पर चुनाव वाले राज्य के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले वहां की पुलिस, नागरिक प्रशासन के अधिकारियों एवं राजनीतिक दलों के साथ चर्चा करने के लिए प्रदेश का दौरा करता है. आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्त होते हैं.
आयोग की विज्ञप्ति के मुताबिक, मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव पर कोविड-19 के असर की विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि एक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 से घट कर अब 1000 रह गयी है. मतदान केंद्रों की संख्या 65000 से बढ़ कर 100000 हो गयी है.
सुनील अरोड़ा ने इशारा किया कि इन बदलावों के लिए भारी इंतजाम और कर्मियों की जरूरत पड़ेगी. बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो जायेगा और प्रदेश में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होने की संभावना है.
विश्व चुनाव संस्थान (एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज) के अध्यक्ष सुनील अरोड़ा हैं. अंतराराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित वेबिनार में करीब 45 देशों के चुनाव अधिकारियों और देश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए थे.
इस वेबिनार में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, बांग्लादेश, बोत्सवाना, ब्राजील, कंबोडिया आदि के अधिकारी शामिल हुए. उन्होंने बताया कि फिजी, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, मलावयी, ताईवान, मंगोलिया, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका एवं कई अन्य राष्ट्रों ने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, नये प्रोटोकॉल के साथ चुनाव संपन्न कराये गये हैं.