पोठिया : रविवार की देर रात्री आयी तेज आंधी से पोठिया प्रखंड में बड़े पैमाने पर केले की फसल बर्बाद हो गयी है. जिससें किसान हताश व परेशान है. उल्लेखनीय है कि पोठिया प्रखंड में लगभग 6 सौ एकड़ भूमि में किसान केले की खेती करते है.
बीते रविवार की देर रात को आयी आंधी से खेत मे लगे केले के 80 फीसदी पेड़ टूट कर गिर गए जिसमें लगे लगे बर्बाद हो गये.सबसे अधिक क्षति सारोगोरा, बुढ़नई, फाला, डुबानोची और रायपुर पंचायत के किसानों को प्रभाव पड़ा है. इन ग्राम पंचायतों के अधिकांश किसान केले की खेती वर्षो से करते आ रहे है.
सारोगोरा ग्राम पंचायत के हल्दीबाड़ी गांव के किसान राजकुमार,अर्जुन कुमार, विमल कुमार आदि ने अपनी वेदना बतातें हुए कहते है कि इस वर्ष कोविड-19 को लेकर किसान सही ढंग से खेती नही कर पा सकें. मकई की खेती हुआ भी तो सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीददारी नही किया गया जिससे किसानों को बंगाल के इस्लामपुर मंडी में औने-पौने मूल्यों पर मक्का बेचना पड़ा.
उसके बाद किसान अपने-अपने निजी एवं लीज लेकर जमीन पर केले की खेती किये तो अचानक रविवार की देर रात्री हुई आंधी ने सब बर्बाद कर रख दिया. खेतों में लगे केले के फसल अधिकांश टूट कर गिर गए है. बरहाल पोठिया प्रखंड के किसानों की मेहनत को मौसम ने मिट्टी में मिला दिया है.
इधर पोठिया प्रखंड उद्यान पदाधिकारी रणधीर कुमार ने बताया कि मंगलवार को जिला उद्यान पदाधिकारी से पोठिया प्रखंड में हुए केले के फसल क्षति पर चर्चा के बाद स्थल का जांच कर फ़ोटोग्राफी की जाएगी तत्पश्चात किसानों के अनुदान हेतु एक रिपोर्ट भेजी जायेगी.
posted by ashish jha