पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से राज्य की नौ एनएच परियोजनाओं का कार्यारंभ किया. इन परियोजनाओं के पूरा होने से बिहार के उत्तर और दक्षिण हिस्से के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी. साथ ही बिहार से झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों से आना-जाना और सुगम हो जायेगा. इससे आर्थिक और सामाजिक प्रगति होगी.
पटना में गंगा पर पुल बनने से जाम की समस्या खत्म होगी. साथ ही उत्तर-दक्षिण बिहार के बीच आवागमन सुगम होगा. वहीं, कोसी ब्रिज बनने से बिहार से नेपाल, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों से संपर्क सुगम हो जायेगा. आरा-मोहनिया मार्ग के निर्माण से पटना से वाराणसी के बीच यात्रा में समय की बचत होगी. बख्तियारपुर-रजौली मार्ग के निर्माण से बिहार-झारखंड के बीच सड़क संपर्क और बेहतर हो जायेगा. साथ ही आर्थिक, सामाजिक विकास को बल मिलेगा.
जानकारी के मुताबिक, एनएच-31 स्थित बख्तियारपुर-रजौली सड़क के पैकेज-2 के तहत 47 किमी लंबी चार लेन का निर्माण 1150 करोड़ की लागत से और पैकेज तीन के तहत 51 किमी लंबी चार लेन का निर्माण 2651 करोड़ की लागत से किया जायेगा. एनएच-30 स्थित चार लेन का निर्माण 886 करोड़ की लागत से 55 किमी लंबी आरा-परारिया सड़क का निर्माण किया जायेगा.
वहीं, एनएच-30 स्थित चार लेन का निर्माण 856 करोड़ की लागत से परारिया-मोहनिया सड़क का निर्माण किया जायेगा. एनएच-131 स्थित नरेनपुर-पूर्णिया सड़क का 2288 करोड़ की लागत से 49 किमी लंबी चार लेन का निर्माण किया जायेगा. पटना रिंग रोड के एनएच-131 स्थित रामनगर-कन्हौली सड़क पर 39 किमी लंबी छह लेन का निर्माण 913 करोड़ की लागत से किया जायेगा.
एनएच-19 स्थित महात्मा गांधी सेतु के समानांतर 14 किमी लंबी नये चार लेन पुल का निर्माण 2927 करोड़ की लागत से किया जायेगा. जबकि, एनएच-106 स्थित कोसी नदी पर 29 किमी लंबी नये चार लेन पुल का निर्माण 1478 करोड़ की लागत से किया जायेगा. वहीं, एनएच-131 बी स्थित गंगा नदी पर विक्रमशिला सेतु के समानांतर पांच किमी लंबी नये चार लेन पुल का निर्माण 1110 करोड़ की लागत से किया जायेगा.