गारू थाना क्षेत्र के सरयू- कोटाम मार्ग पर रविवार को लातेहार वन प्रमंडल पदाधिकारी रौशन कुमार ने वन क्षेत्र के चौपत नदी से अवैध बालू लदा तीन ट्रैक्टर को जब्त किया था. जब्त ट्रैक्टरों को वन अधिकारी लातेहार ले जा रहे थे. तभी ग्रामीणों ने धावा बोल दिया और तीनों ट्रैक्टरों को जबरन वन अधिकारियों से छुड़ा कर ले गये. इसके बाद चोरहा मुखिया तारामणी देवी, पंसस असगर अंसारी व अन्य जन प्रतिनिधियों के सहयोग से सरयू मुख्य पथ को जाम कर दिया.
ग्रामीणों ने वन विभाग की इस कार्रवाई को गलत बताया और कहा कि वन विभाग जब अपने निर्माण कार्यों के लिए बालू उठाव करता है तो वह सही होता है, लेकिन जब ग्रामीण अपने आवास और शौचालय निर्माण के लिए बालू का उठाव करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाती है. विभाग का यह दोहरा चरित्र है. सड़क जाम की सूचना मिलने पर गारू बीडीओ प्रवीण केरकेट्टा और थाना प्रभारी आलोक दुबे जाम स्थल पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया.
करीब दो घंटों के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया. अधिकारियों ने छुड़ाये गये ट्रैक्टरों को वन विभाग को सौंप देने की बात कही और कहा कि न्यूनतम जुर्माना लगाकर इन वाहनों को छोड़ दिया जायेगा. मुखिया तारामणी देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास व शौचालय का लक्ष्य पूरा करने के लिए जिला से दबाव है. अगर बालू का उठाव नहीं किया जायेगा तो लक्ष्य कैसे पूरा होगा. इस दौरान उन्होने वन अधिकारियों से पूछा कि रेंज भवन निर्माण के लिए विभाग बालू कहां से लाया था.
वन प्रमंडल पदाधिकारी रौशन कुमार ने कहा कि जब्त ट्रैक्टरों को विभाग द्वारा नहीं छोड़ा गया है बल्कि ग्रामीण जबरन उन्हें छुड़ा कर ले गये हैं. वन क्षेत्र से बालू का उठाव करना वर्जित एवं गैर कानूनी है. इस मामले वन अधिनियम के तहत दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी.
posted by : sameer oraon