नयी दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कृषि बिल पर आज राज्यसभा में जिस तरह का हंगामा हुआ उसे शर्मनाक करार दिया. उन्होंने कहा कि संसद को चलाना सिर्फ सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी नहीं है, यह विपक्ष का भी दायित्व है, लेकिन कृषि बिल को लेकर विपक्ष किसानों के बीच गलतफहमी फैला रहा है और अपना हित साधने की कोशिश कर रहा है.
आज विपक्ष ने जिस तरह निजी स्वार्थ के लिए संसदीय परंपराओं की अनदेखी की और आम किसान को गुमराह किया है वह निंदनीय है. सरकार ना तो एमएसपी समाप्त करने जा रही है और ना ही इस बिल से किसानों को कोई नुकसान होगा. इसके विपरीत इस बिल के कानून बनने के बाद देश का किसान अपने अनाज को कहीं भी बेच सकता है और उसकी आमदनी बढ़ेगी.
#WATCH live: Defence Minister Rajnath Singh and other Union Ministers brief the media, in Delhi. https://t.co/HIGViZ8TZ5
— ANI (@ANI) September 20, 2020
हमारी सरकार की जिम्मेदारी किसानों की आमदनी को दोगुना करना है. हमने एमएसपी को बढ़ाया है. लेकिन इस बिल के नाम पर राज्यसभा में उपसभापति हरिवंश के साथ जिस तरह का व्यवहार हुआ वह शर्मनाक है. ऐसा करके विपक्ष ने संसदीय गरिमा को चोट पहुंचाया है.
उप सभापति के आसन पर चढ़ जाना, नारेबाजी करना. रूल बुक को फाड़ना. माइक तोड़कर उग्र हो जाना. यह लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुकूल नहीं है. विपक्ष को अगर यह लग रहा था कि उपसभापति उनकी बात को नहीं सुन रहे थे, तो उपसभापति ने उनसे कहा था कि मत विभाजन की मांग तब ही पूरी होगी जब आप अपने सीट पर जायेंगे. लेकिन उन्होंने उनकी अनदेखी की और उग्र हो गये. यह बहुत निंदनीय है.
उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने और उसकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सभापति का काम है और इस मामले को वही देखेंगे. मैं इसपर कुछ भी कहना नहीं चाहता हूं.
Posted By : Rajneesh Anand