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COVID-19 Bihar: बिहार के सभी जिला अस्पतालों में अब शुरू होगी आरटी पीसीआर जांच, डेढ़ लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमण से हुए स्वस्थ

पटना: राज्य सरकार मेडिकल कालेजों के बाद जिला अस्पतालों में आरटी पीसीआर की जांच शुरू की जायेगी. काेरोना महामारी से मुकाबले के लिए राज्य सरकार के स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और लोगों को जागरूक करने पर प्रमुखता से काम कर रहा है. बिहार का रिकवरी रेट 91.60 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से 13 प्रतिशत से अधिक है. रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 15 करोड़ 56 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया गया है.

पटना: राज्य सरकार मेडिकल कालेजों के बाद जिला अस्पतालों में आरटी पीसीआर की जांच शुरू की जायेगी. काेरोना महामारी से मुकाबले के लिए राज्य सरकार के स्तर पर सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और लोगों को जागरूक करने पर प्रमुखता से काम कर रहा है. बिहार का रिकवरी रेट 91.60 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से 13 प्रतिशत से अधिक है. रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 15 करोड़ 56 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया गया है.

पिछले 24 घंटे में 1,556 लोग स्वस्थ हुए

सूचना सचिव अनुपम कुमार और स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 1,556 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक एक लाख 52 हजार 956 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. 24 घंटे में कोविड-19 के 1,818 नये मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 13,169 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 55 लाख 23 हजार 825 सेंपल की जांच की गयी है.

पावापुरी मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा प्रारंभ

पावापुरी मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा प्रारंभ हो गयी है और एकमात्र एनएमसीएच में अब तक यह शुरू नहीं हो पाया है. यहां सिविल कंस्ट्रक्शन वर्क लगभग खत्म हो चुका है. एनएमसीएच पटना में इनस्टॉलेशन का काम चल रहा है. उम्मीद है कि अगले सप्ताह किसी भी दिन वहां भी आरटीपीसीआर जांच प्रारंभ हो जायेगी. उन्होंने बताया कि अस्पतालों में 40 हजार बेड्स उपलब्ध हैं, जबकि फिलहाल एक्टिव मरीजों की संख्या 13,169 हैं, इनमे से काफी होम आइसोलेशन में हैं.

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होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को आवश्यक किट

श्री सिंह ने बताया कि कोविङ-19 के जो भी एक्टिव केस हैं, जिनमें को-मोबॅडिटी है, उनकी ट्रेकिंग कर यह प्रयास किया जाये कि उन्हें कोविड केयर सेंटर अथवा डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ सेंटर में लाया जाये. डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की आवश्यकता महसूस होने पर उन्हें ससमय भेजकर समुचित इलाज मुहैया कराया जा सके. होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों को आवश्यक किट उपलब्ध कराया जा रहा है और उनके हेल्थ स्टेट्स को दूरभाष पर हेल्थ वर्कर्स के माध्यम से ट्रैक किया जा रहा है. सत्यापन के क्रम में अगर आवश्यकता महसूस होती है तो उन्हें अस्पताल लाने की कार्रवाई की जाती है.

Published by : Thakur Shaktilochan Shandilya

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