रांची : रांची जिले में कोरोना संक्रमितों के लिए 2896 बेड चिह्नित हैं. इनमें 2275 बेड पर मरीज भर्ती हैं, जो कुल बेड का 78.6 प्रतिशत है. निजी अस्पतालों में तो अब कोविड वार्ड के लगभग शत प्रतिशत बेड भर गये हैं. निजी अस्पतालों में बेड लेने के लिए पैरवी तक लगानी पड़ रही है. पूरे राज्य की बात करें, तो कोरोना महामारी से निबटने के लिए बनाये गये कोविड केयर सेंटर व अस्पताल में संक्रमितों के लिए आरक्षित आधे से अधिक बेड फुल हो गये हैं.
यदि संक्रमण की रफ्तार में कमी नहीं आयी, तो बेड की समस्या हो सकती है. राज्य में संक्रमितों के लिए कुल 18,806 बेड आरक्षित हैं. इनमें से 10,300 बेड फुल हैं. वहीं, होम आइसोलेशन में करीब 3305 मरीज हैं. राज्य में 18 सितंबर तक 13,610 एक्टिव मरीज हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोविड केयर सेंटर में 61 प्रतिशत बेड फुल हैं. वहीं, 24 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में हैं.
डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) में 10 प्रतिशत बेड फुल हो चुका है, जबकि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के 4.6 प्रतिशत बेड फुल हैं. झारखंड में कुल 522 आइसीयू बेड हैं. इनमें फिलहाल 145 मरीज आइसीयू में अॉक्सीजन पर हैं, जबकि 16 मरीज वेंटिलेंटर पर हैं. फिलहाल रांची में 11, पूर्वी सिंहभूम में तीन और बोकारो में दो मरीज वेंटिलेटर पर हैं.
सरायकेला जिले में कुल 470 बेड में 410 पर मरीज हैं. यानी 87.2 प्रतिशत बेड पर मरीज हैं. चतरा में 360 बेड और 292 मरीज हैं. सिमडेगा में 457 बेड और 369 मरीज, रामगढ़ में 960 बेड है और 769 मरीज, जमशेदपुर में 2540 बेड और 2024 मरीज, धनबाद में 1140 बेड और 856 मरीज हैं. सबसे कम साहिबगंज में 320 बेड के मुकाबले दो मरीज हैं. दुमका में 660 बेड है, जबकि 47 मरीज हैं.
posted by : sameer oraon