किशनगंज : आचार संहित के पूर्व जनता को समर्पित किया जाना वाला दिघलबैंक प्रखंड के पत्थरघट्टी पंचायत स्थित 1.42 करोड़ की लागत से निर्मित गोवाबाड़ी पुल मामूली बारिश के पानी में बह गया. इससे ग्वालटोला गांव सहित अन्य गांवों का संपर्क प्रखंड व जिला मुख्यालय से आवाजाही बंद हो गया है. कनकई के मरियाधार पर बने पुल का एक भाग धंस गया. जिस कारण यहां के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर केले के थम पर धार पार करने को विवश है. पुल निर्माण कराने वाले संवेदक और साइड इंजीनियर की लापरवाही के कारण पुल इतनी जल्दी ध्वस्त हो गया.
पुल निर्माण के दौरान ही से ही स्थानीय ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता के बारे में साइट इंजीनियर को अगाह किया था. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी की थी. लेकिन उनकी बात को अनुसुनी किये जाने का का ही यह परिणाम है कि आम जनता के पैसे से बना पुल इतनी जल्दी धाराशायी हो गया.
गोवाबाड़ी पुल प्रखंड मुख्यालय दिघलबैंक,बहादुरगंज और टेढ़ागाछ प्रखंड को जोड़ता है. इसके बह जाने से यह संपर्क भी भंग हो गया. आमजनों को एक दिघलबैंक और बहादुरगंज आवाजाही में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
राजद जिलाध्क्ष सरवर आलम ने शुक्रवार को क्षतिग्रस्त पुल का जायजा लिया. वहां पहुंचकर उन्होंने स्थानीय लोगों से जानकारी प्राप्त की. श्री आलम ने कहा कि नियम को ताक पर रहकर पुल निर्माण में अनियमितता बरती गयी है. यहीं कारण की पुल बरसात के पानी की ताकत को भी नहीं झेल सका और इतने कम समय में ही क्षतिग्रस्त हो गया. उन्होंने मांग की है यहां शीघ्र पुन: नये पुल का निर्माण कराया जाए तथा इस के निर्माण में अनियमतता बरतने वाले संदेवक और इंजीनियर के खिलाफ कठोर विधि सम्वत कार्रवाई की जाए.
posted by ashish jha