अब तक किसी तरह की क्षति की बात नहीं मानने वाले चीन ने माना है कि जून में भारत के साथ गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में पीएलए को भी नुकसान हुआ था. दरअसल, लोकसभा में भारत के रक्षा मंत्री ने मानसून सत्र के पहले दिन चीन से विवाद पर बयान देते हुए कहा था कि ‘भारतीय सेना सीमा पर अलर्ट मोड में है.’ राजनाथ सिंह ने इसका जिक्र भी किया था कि चीन को काफी क्षति हुई है. इसके बाद चीन की तरफ से बयान आया है. चीन के ग्लोबल टाइम्स के एडिटर-इन-चीफ हू शिजिन ने माना है गलवान घाटी में चीन को नुकसान हुआ है. लेकिन, उतना नहीं जितना भारत की तरफ से दावा किया जा रहा है.
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसद में बयान के बाद साफ हो चुका है कि भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों को काफी नुकसान पहुंचाया था. दूसरी तरफ हू शिजिन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘चीन की सेना के 20 से कम जवानों की गलवान घाटी में हिंसा के दौरान मौत हुई है. जबकि, भारतीय सेना के कब्जे में एक भी चीनी सैनिक नहीं आए थे. हिंसा वाली घटना के दिन पीएलए ने कई भारतीय जवानों को कब्जे में लिया था.’ बड़ी बात यह है ग्लोबल टाइम्स चीन के सत्ताधारी दल कम्युनिस्ट पार्टी का आधिकारिक समाचार पत्र है. अगर ग्लोबल टाइम्स के एडिटर-इन-चीफ ने ट्वीट किया है तो चीन की स्थिति समझी जा सकती है.
दरअसल, 15 जून को गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक टकराव हुआ था. जिसमें 20 भारतीय सैनिकों ने बलिदान दिया था. इस झड़प में काफी संख्या में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे. भारत ने जहां अपने शहीद सैनिकों की संख्या का ऐलान किया था. चीन ने आज तक अपने मारे गए सैनिकों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. हालांकि, अमेरिकी इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के अनुसार झड़प में चीन के 40 सैनिक भी मारे गए थे. हाल में सोशल मीडिया में उन सैनिकों की अंत्येष्टि की फोटो भी वायरल हुई थी. अब चीनी अखबार के ए़़डिटर-इन-चीफ के ट्वीट के बाद साफ हो गया है कि चीन को भी नुकसान हुआ था.