राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी(एनटीए,NTA) ने जेइइ मेन (JEE Main) का परिणाम घोषित कर दिया है. जनवरी और सितंबर में हुई परीक्षा में लगभग 10.23 लाख छात्र शामिल हुए. कोरोना काल में सितंबर में आयोजित परीक्षा में 6.35 लाख छात्र परीक्षा में शामिल हुए. जेइइ मेन में 24 छात्रों को शत-प्रतिशत अंक हासिल हुए. इसमें सबसे अधिक 9 छात्र तेलंगाना, 5 दिल्ली, 4 राजस्थान, 3 आंध्र प्रदेश, दो हरियाणा, एक-एक गुजरात और हरियाणा के है.
शीर्ष स्थान में ही दक्षिण के राज्यों का जलवा नहीं है, बल्कि जेइइ में सफल होने वाले 42 फीसदी छात्र दक्षिण के राज्यों के हैं. जेइइ एडवांस परीक्षा में सिर्फ 2.5 लाख छात्र ही शामिल हो पायेंगे और इसके लिये शनिवार से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. 90.37 पर्सेंटाइल अंक वाले छात्र इसमें बैठने के योग्य हैं. इस बार आइआइटी दिल्ली परीक्षा का आयोजन कर रहा है और पंजीकरण की आखिरी तारीख 17 सितंबर है और परीक्षा 27 सितंबर को होगी. एनटीए ने परीक्षा समाप्त होने के बाद केवल छह दिनों में परिणाम घोषित किया है.
क्षेत्रीय भाषा में हो सकता है जेइइ मेन परीक्षा : मानव संसाधन विकास मंत्रालय जेइइ मेन परीक्षा क्षेत्रीय भाषा में आयोजित करने पर विचार कर रहा है. पहले ऐसे राज्यों को प्राथमिकता दी जायेगी, जहां आवेदक पिछले पांच साल से अधिक हैं. अभी क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा आयोजित कराने में तकनीकी दिक्कत है और इसे दूर किया जा रहा है. एनटीए इसके लिये सॉफ़्टवेयर तैयार करेगा. आंकड़ो पर गौर करें तो पहले मराठी और तेलगू में परीक्षा हो सकती है. वर्ष 2019 में महाराष्ट्र से 1.10 लाख और तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को मिलाकर 1.60 लाख छात्रों में आवेदन दिया था. जबकि क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा की मांग करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज्य से 20 हजार से भी कम छात्र मेन परीक्षा के लिये आवेदन दिया था.
24 छात्रों को 100 परसेंटाइल: जेइइ मेन परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणाम में 24 छात्रों को पूरे 100 परसेंटाइल अंक मिले हैं. गौरतलब है कि इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश की यह परीक्षा कोविड-19 के कारण दो बार टली और अंतत: सितंबर के पहले सप्ताह में हुई. संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेइइ) की मुख्य परीक्षा 1 से 6 सितंबर के बीच हुई. आईआईटी, एनआईटी और केन्द्र सरकार से वित्तपोषित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए होने वाली इस परीक्षा के लिए कुल 8.58 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था जिनमें से करीब 74 प्रतिशत ने परीक्षा दी थी.
Posted By : Amitabh Kumar