Coronavirus in Jharkhand : कर्रा (खूंटी) : खूंटी जिला अंतर्गत कर्रा सीएचसी में कोरोना संदिग्ध संक्रमितों ने जमकर हंगामा किया. सीएचसी परिसर में तोड़फोड़ करते हुए बमरजा पंचायत के मुखिया के आवास पर भी पत्थरबाजी किया. पिछले दिनों कोरोना संक्रमित बताकर 43 लोगों को खूंटी के एरेंडा स्थित कोविड सेंटर भेजा गया था, लेकिन वहां जांच रिपोर्ट निगेटिव निकला. इसी से गुस्साये लोगों ने तोड़फोड़ और पत्थरबाजी किया.
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, 9 सितंबर, 2020 को कर्रा के बमरजा पंचायत अंतर्गत सरदुल्ला गांव से कुल 43 व्यक्तियों को कोरोना संक्रमित मरीज बताकर खूंटी के एरेंडा स्थित कोविड सेंटर भेजा गया था. आज वहां उनकी कोरोना जांच में रिपोर्ट निगेटिव आयी. इसके बाद उन्हें बस से घर वापस भेज दिया गया. वापसी के क्रम में कर्रा सीएचसी में उन्होंने बस रोककर लाठी-डंडा से सीएचसी में तोड़फोड़ किया. वे सीएचसी प्रभारी से मिलने की जिद कर रहे थे.
ग्रामीणों का आरोप था कि उनका गलत तरीके से कोरोना जांच किया गया था. कुछ लोगों का बिना किसी जांच के ही कोरोना पाॅजिटिव बता दिया गया था. किसी को भी कोरोना नहीं था. जिउतिया के अवसर पर महिलाएं व्रत रखी हुई थी. इस दौरान उन्हें बिना वजह परेशान किया गया.
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घटना की जानकारी मिलने के बाद कर्रा बीडीओ दिवेश कुमार द्विवेदी, सीओ पुष्पक रजक, थाना प्रभारी मुन्ना कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने आक्रोशित लोगों को समझा कर बस में बैठाया और सरदुला गांव के लिए रवाना किया. लेकिन, आक्रोशित ग्रामीणों ने बस को बमरजा पंचायत के मुखिया रंजीता देवी के घर के पास रुकवा कर उसके घर पर भी पत्थरबाजी किया. मौके पर पुलिस बल पहुंच कर इन लोगों को किसी तरह से गांव भेज दिया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीओ हेमंत सती सीएचसी पहुंचे. उन्होंने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज का निर्देश दिया. इसके बाद सरदुला गांव पहुंचकर लोगों को समझाया गया और इस तरह का उपद्रव नहीं मचाने की हिदायत दी गयी. वहीं, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कर्रा थाना में 21 महिला और पुरुष के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
Posted By : Samir Ranjan.