लातेहार : झारखंड की राजधानी रांची में मुख्यमंत्री और राजभवन का घेराव करने जा रहे लातेहार के सहायक पुलिसकर्मियों को रास्ते में ही रोक लिया गया. ये लोग स्थायीकरण की मांग पर लातेहार से रांची के लिए पैदल मार्च कर रहे थे. इन्हें सदर थाना क्षेत्र के एनएच-75 पर किनामाड के पास लातेहार पुलिस ने रोक दिया.
पुलिस विभाग में स्थायी नियुक्ति की मांग करते हुए इन लोगों ने लातेहार से रांची तक ‘वर्दी-ए-इंसाफ यात्रा’ निकाली थी. शुक्रवार को ये लोग पैदल ही रांची जा रहे थे, जहां शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ-साथ राजभवन का घेराव करने की भी इनकी योजना थी. लेकिन, लातेहार पुलिस ने इनकी योजना पर पानी फेर दिया.
लातेहार के सहायक पुलिस कर्मी रैली की शक्ल में शुक्रवार को न्यू पुलिस लाइन से निकले थे. सहायक पुलिसकर्मी खाने की वस्तु के साथ-साथ पैदल यात्रा करते हुए किनामाड स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचे ही थे कि पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता दल-बल के साथ पहुंचे और रांची जा रहे सभी सहायक पुलिस को रोक लिया.
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थाना प्रभारी अमित गुप्ता के द्वारा सभी सहायक पुलिस को समझा-बुझाकर वाहन में बैठाकर पुनः न्यू पुलिस लाइन लाया गया. सहायक पुलिसकर्मियों का कहना है कि तीन साल तक हमलोग पुलिस प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किये. हमलोगों का तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद सरकार ने उन्हें सेवा विस्तार नहीं दिया.
कहा कि आश्वासन दिया गया था कि जब भी पुलिसकर्मियों की बहाली होगी, सहायक पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता दी जायेगी. अब न तो सेवा विस्तार दिया जा रहा है, न ही उनकी मांगों पर कोई पहल हुई है. सहायक पुलिसकर्मी 8 सितंबर से ही आंदोलन कर रहे हैं. 9 से 11 सितंबर तक सामूहिक अवकाश तथा 12 सितंबर को रांची में सीएम आवास व राजभवन का घेराव करना था.
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Posted By : Mithilesh Jha