भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर चल रहे तनाव को कम करने के लिए रविवार को फिर ब्रिगेड कंमाडर स्तर की वार्ता हुई. पर यह बातचीत भी बेनतीजा रही. हालांकि दोनों देश बातचीत के समस्या का हल निकालने का प्रयास कर रहे हैं. पर जिस तरीके से सीमा पर अधिक सैनिकों की तैनाती हो रही है और हथियार पहुंचाएं जा रहे हैं उससे हालात तनाव पूर्ण नजर आ रहा है.
सैन्य सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब चार घंचे तक ब्रिगेड कंमाडर स्तर की वार्ता हुई. पर इस बैठक के बाद भी कोई ठोस परिणाम नहीं निकला. इसे देखते हुए भारतीय सेना अलर्ट हो गयी है. साथ ही सीमा पर किसी भी तरह की परिस्थित से निपटने के लिए तैयार है.
बता दें कि पिछले सप्ताह ही चीनी सेना द्वारा पूर्वी लद्दाख स्थित पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित भारतीय इलाके को कब्जा करने का प्रयास किया गया जो असफल रहा. चीनी सेनाओं की इस हरकत के बाद से सीमा पर तनाव और बढ़ गया है. पैगोंग झील रणनीतिक रूप काफी महत्वपूर्ण है. इसलिए भारत ने इस इलाके में कई महत्वपूर्ण जगहो सेना बढ़ा दी. इन इलाकों में हथियार भी तैनात किये गये हैं.
ब्रिगेड कमांडर स्तर की बैठक में चीनी सैनिकों द्वारा अरूणाचल प्रदेश के पांच लोगों के अपहरण का मामला भी उठाया गया. इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने चौंकाने वाला दावा करते हुए ट्वीट किया कि चीनी सैनिकों ने 5 भारतीयों का अपहरण कर लिया है. एरिंग ने बताया कि प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले के 5 लोगों को कथित तौर पर पीएलए के जवान उठाकर ले गये हैं.
आपको बता दें कि पांच महीने पहले भी ऐसी ही घटना हुई थी. विधायक ने पीएमओ को टैग करते हुए मांग की कि पीएलए और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन पर कार्रवाई की जानी चाहिए.’द अरुणाचल टाइम्स’ में इस संबंध में एक खबर भी प्रकाशित की गई है. खबर के अनुसार, अगवा किए गए पांचों लोग तागिन समुदाय से संबंधित हैं. वे लोग जंगल में शिकार के लिए गए थे, जहां से इन्हें चीनी सेना उठाकर ले गई.
Posted By: Pawan Singh