सीधी नियुक्ति व मानदेय बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर काला बिल्ला लगाकर विरोध जता रहे सहायक पुलिसकर्मियों ने शनिवार की देर शाम पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर के आवास पर मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. सहायक पुलिसकर्मियों ने मंत्री श्री ठाकुर को बताया कि उनकी नियुक्ति यह कहकर की गयी थी कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद उन्हें झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति दी जायेगी.
उन्होंने कहा कि कंडिका संख्या 16 में साफ उल्लेखित है कि झारखंड पुलिस के आरक्षी के पदों पर सीधी नियुक्ति, अधिसूचित नियुक्ति नियमावली 2014 दिनांक 20.1.2014 में यथोचित कार्रवाई अपेक्षित है, लेकिन राज्य सरकार का रवैया इनके प्रति काफी उदासीन है. ऐसे में सहायक पुलिस अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार की नीतियों व वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए तय कार्यक्रम के तहत विरोधस्वरूप काला बिल्ला लगाकर काम कर रहे हैं. इस पर मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि राज्य में जितने भी झारखंडी किसी रूप में अनुबंधकर्मी हैं या आउटसोर्सिंग के हैं, हमारी सरकार रोजगार देने के लिए दृढ़ संकल्पित है.
पुरानी सरकार की तरह राज्य की युवाओं को ठगा भी नहीं जायेगा, जिस तरह से युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्य में भेज दिया गया था. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को लेकर गंभीरता व सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी. मैं भी इस संबंध में सरकार से वार्ता कर पत्र लिखूंगा. ताकि सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए सरकार उचित दिशा में कदम उठाए.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों की समस्याओं के निदान के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इससे पूर्व सहायक पुलिसकर्मियों ने दोपहर में मांगों को लेकर विधायक दीपक बिरूवा को भी ज्ञापन सौंपा.
posted by : sameer oraon