दरभंगा : शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति योजना की लचर प्रगति देख नगर आयुक्त मणेश कुमार मीणा शनिवार को बिफर पड़े. अभियंताओं को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि 10 दिनों में काम पूरा करें. नल-जल का काम कर रही बुडको की एजेंसी नालंदा इंजीकॉन के अभियंता व संवेदक की जमकर क्लास लगायी. मजदूर की कमी बताने पर कहा कि बहानेवाजी नहीं करें. अगस्त माह में काम पूरा हो जाना था. निर्धारित समय बीत गया, बावजूद अभी भी आधा से अधिक काम शेष है. बुडको से कहा कि लापरवाह संवेदक पर प्राथमिकी दर्ज कर काली सूची में डालने की कार्रवाई क्यों नहीं की गयी? उप नगर आयुक्त कमलनाथ झा ने कहा कि हर एक बैठक में एजेंसी केवल आश्वासन देकर टाल दे रही है. पीएचइडी पूर्व की तरह ही हैंड ओवर टेक ओवर का रोना रोया. सोख्ता, नली-गली योजना की सुस्त गति पर भी मणेश ने आपति जाहिर की.
पीएचइडी को 20391 घरों में पानी कनेक्शन देना था, लेकिन मात्र 15000 घर में कनेक्शन दिया गया है. इसमें भी लिकेज आदि समस्या रहने के कारण निगम हस्तारंण से इंकार कर चुका है. वहीं बुडको को 10822 घरों में कनेक्शन देना है. अबतक 4394 कनेक्शन दिया गया है. तीन जलमीनार बनाने हैं. एक का कार्य शुरू नहीं किया जा सका है. सात पंप हाउस में से छह का निर्माण पूरा हो चुका है. पूर्व के सर्वे अनुसार 76 किमी में से मात्र 43 किमी भूमिगत पाइप बिछायी जा सकी है. पाइप बिछाने के लिये 213 किमी नये सर्वे कार्य एक साल से लंबित है. नगर आयुक्त ने विभाग को रिमाइंडर करने का निर्देश दिया है.
जल जीवन हरियाली के तहत पोखर उड़ाही, कुआं का जीर्णोद्वार, सोखता कार्य, नली-गली योजना की भी समीक्षा की गयी. पाया गया कि 150 सोख्ता में से मात्र 20 का ही निर्माण हुआ. इस पर निगमायुक्त ने नाराजगी जाहिर की. तीन दिनों के अंदर सोख्ता निर्माण करवाने, कुआं का जीओ टैग सर्वे करने का निर्देश दिया.
केंद्र की अमृत योजना के तहत शहर में डीएमसी व चंद्रधारी संग्राहलय परिसर में पार्क निर्माण में तकनीकि स्वीकृति व तुलनात्मक विवरणी एक वर्ष से लंबित रहने को लेकर बुडको के अधीक्षण अभियंता को तलब किया गया. सोमवार को निगम कार्यालय में प्रगति रिपोर्ट के साथ उन्हें बुलाने का आदेश नगर आयुक्त ने दिया है.बैठक में उप नगर आयुक्म कमलनाथ झा, नगर प्रबंधक नागमणि सिंह, एइ सउद आलम, जेई उदयनाथ झा, अनिल कुमार चौधरी, संजय शरण सिंह, जितेन्द्र कुमार, बुडको एइ चंद्रदीप कुमार, जेइ सुनील कुमार सिंह, पीएचइडी एइ सूरज कुमार, केंद्रीय अभियंता कुणाल कुमार, अर्बन प्लानर अभियंता तरुण कुमार, शिवशंकर सिन्हा मौजूद थे.
posted by ashish jha