बोकारो : कोरोना महामारी के दौरान शुरुआती दौर में बोकारो के लोगों ने पूरी सावधानी बरती. ज्यों-ज्यों दिन गुजरता गया बोकारोवासी भी लापरवाह होते गये. लोग प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं. इसका असर स्वास्थ्य सेवा पर भी पड़ रहा है. लगातार चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आते जा रहे हैं.
जिले में अब तक तीन दर्जन से अधिक चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमित हो चुके हैं. अभी भी कई नामचीन चिकित्सक संक्रमण के कारण होम कोरेंटिन व आइसोलेशन में है. असर उनके परिवार के लोगों के साथ-साथ आमलोगों पर भी पड़ा है. एक ही चिकित्सक से इलाज कराने वाले मरीज परेशान है.
चास अनुमंडल में तीन चिकित्सक ही उपलब्ध : चास अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक समेत आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक संक्रमण की चपेट में है. कुछ दिन पूर्व अस्पताल को सील कर दिया गया था. फिलहाल चार-पांच चिकित्सक होम कोरेंटिन है, जबकि आधा दर्जन से अधिक स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव होकर ठीक होने पर भी 14 दिन के होम कोरेंटिन में है. तीन चिकित्सक ही ड्यूटी में है. जैनामोड़ रेफरल अस्पताल, बेरमो प्रखंड के कई अस्पतालों का यही हाल है.
बोकारो जेनरल अस्पताल के कोविड वार्ड व ओपीडी में सेवा देने वाले दो दर्जन से अधिक चिकित्सक भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि कई ठीक होकर ड्यूटी भी कर रहे है. कई कोविड 19 वार्ड में ड्यूटी से मुक्त होने के बाद 14 दिन के होम कोरेंटिन में समय व्यतीत कर रहे हैं. इधर, सदर अस्पताल के कई चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी संक्रमण से ठीक होकर अस्पताल में ड्यूटी भी कर रहे हैं.
posted by : sameer oraon