कोलकाता : पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में आलू की अधिकतम कीमत तय कर दी है. अब यदि कोई दुकानदार ग्राहक से तय कीमत से ज्यादा पैसे लेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. सरकार ने गुरुवार को आलू की अधिकतम कीमत 27 रुपये तय कर दी.
आलू की कीमतों में वृद्धि के बीच राज्य सरकार के प्रवर्तन विभाग के अधिकारियों ने शहर के कई बाजारों का दौरा किया और खुदरा व्यापारियों को शुक्रवार से 27 रुपये किलो से ऊपर आलू बिक्री करते पाने पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी.
मौजूदा समय में ज्योति किस्म का आलू 32-34 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. प्रवर्तन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि शीत भंडार गृह और खुदरा बाजार में आलू की कीमतों के बीच मार्जिन पांच रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए.
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इस अधिकारी ने यहां एक व्यापारी से कहा, ‘आप कल से 27 रुपये प्रति किलो से अधिक ज्योति किस्म का आलू नहीं बेच सकते हैं. यदि आप इसका पालन नहीं करते हैं, तो कार्रवाई की जायेगी.’ उन्होंने आलू विक्रेताओं को खरीद के उचित खातों को बनाये रखने के लिए भी कहा, क्योंकि आवश्यकता पड़ने पर इन दस्तावेजों की जांच की जा सकती है.
हालांकि, व्यापारियों ने कहा कि वे 27 रुपये प्रति किलो की सीमा के साथ आलू की बिक्री नहीं कर सकते, क्योंकि उनकी खरीद लागत इससे अधिक है. पिछले हफ्ते, सरकार ने व्यापारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि आलू का खुदरा मूल्य 25 रुपये प्रति किलो तक नीचे लाया जाये.
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राज्य सरकार ने आलू व्यापारियों के निकायों और कोल्ड स्टोरेज के साथ बैठक में फैसला किया था कि आलू का खुदरा मूल्य 25 रुपये प्रति किलो के स्तर पर लाने लिए अधिकतम सात दिनों की अनुमति दी जायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha
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