Loan moratorim, Supreme court News: कोरोना संकट के कारण लोन मोरेटोरियम (ईएमआई चुकाने में मोहलत) बढ़ाने की मांग कर रही आम जनता और कॉरपोरेट के लिए सुप्रीम कोर्ट से आज अच्छी खबर आ सकती है. इस मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में लगातार दूसरे दिन सुनवाई हो रही है.
याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ वकील राजीव दत्ता ने कोर्ट में कहा है कि लोग मुश्किल हालात से गुजर रहे हैं और यह स्कीम सभी के लिए दोहरी मार देने वाला है. लोन मोराटोरियम की अवधि बढ़ाने की मांग वाले दो याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस अशोक भूषण की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच सुनवाई कर रही है.
Petitioners' lawyer Rajib Dutta further argued in SC that interest on interest is prima facie wrong & banks can't charge it.
Senior lawyer Aryaman Sundaram, appearing for CREDAI, says it's unfair to charge penal interest on borrowers as in long run, it may lead to increasing NPAs https://t.co/CSfNPIGdVN— ANI (@ANI) September 2, 2020
इससे पहले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई को बुधवार के लिए टाल दिया था. मंगलवार को केंद्र सरकार ने आरबीआई नियमावली के हवाले से सुप्रीम कोर्ट को बताया कि दो साल तक ऋणधारकों को भुगतान में राहत दी जा सकती है.
केंद्र सरकार की ओर से मोराटोरियम मामले को लेकर सोमवार को ही हलफनामा जमा कर दिया गया है. बता दें कि कोरोना काल के इस दौर में कर्ज की किस्त (ईएमआई) भुगतान में स्थगन यानी मोरेटोरियम की सुविधा 31 अगस्त को खत्म हो गई है. मोरेटोरियम की सुविधा को और आगे बढ़ाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई थी.
Posted By: Utpal kant