मुजफ्फरपुर : पताही एयरपोर्ट पर सेना की ओर से बने कोविड अस्पताल का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति के निधन के बाद सात दिन के राजकीय शोक के कारण टाल दिया गया है. चार सितंबर से अस्पताल में मरीजों का इलाज शुरू हो जायेगा. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने इसकी पुष्टि की है. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के बाद मरीजों की भर्ती होगी. अस्पताल पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है. इस अत्याधुनिक अस्पताल में सेना के 30 डॉक्टर इलाज करेंगे. 500 बेड के इस वातानुकूलित अस्पताल में 175 बेड आइसीयू के होंगे. हर बेड पर ऑक्सीजन समेत सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. अस्पताल में बिजली के लिए नये स्पेशल फीडर फीडर का निर्माण किया गया है. दो लाख लीटर पानी प्रतिदिन अस्पताल को देने के लिए तीन बोरिंग हुई है.
एसकेएमसीएच के कोविड वार्ड में मंगलवार को इलाज के दौरान दो कोरोना मरीज की मौत हो गयी. एक मरीज सीतामढ़ी और दूसरा मोतीपुर का रहने वाला था. सीतामढ़ी के मरीज की उम्र करीब 70 वर्ष और मोतीपुर के मरीज की उम्र करीब 78 वर्ष थी. अस्पताल प्रशासन ने दोनों के शव को सील कर परिजनों को सौंप दिया. अस्पताल अधीक्षक डाॅ सुनील कुमार शाही ने बताया कि रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी गयी है. अभी 20 मरीजों का इलाज चल रहा है. दो नये मरीज को भी भर्ती किया गया है. इधर, जिला प्रशासन ने बताया कि मंगलवार को 3624 सैंपल की जांच में 57 संक्रमित मिले हैं. जिले में संक्रमितों की संख्या छह हजार के पार हो गयी है. अभी भी जिले में 856 एक्टिव केस हैं.
एसकेएमसीएच में अब रोज 1050 कोरोना सैंपल की आरटीपीसीआर से जांच होगी. उत्तर बिहार के तीन मेडिकल कॉलेजों को 2325 कोरोना टेस्ट की जांच करने का लक्ष्य दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने एसकेएमसीएच, डीएमसीएच व जीएमसी में आरटीपीसीआर एवं ट्रूनेट से संक्रमण की जांच का नये सिरे लक्ष्य तय कर दिया हैं. सचिव ने जिले के डीएम और सिविल सर्जन को इस बारे में लिखित दिशा-निर्देश भेजा है. इसमें कहा है कि आईसीएमआर के आलोक में यह लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे हर दिन पूरा करना है. एसकेएमसीएच को प्रत्येक दिन 1050, डीएमसीएच प्रतिदिन 850 व जीएमसी बेतिया में प्रतिदिन 425 जांच करना है.
स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश के अनुसार एसकेएमसीएच, डीएमसीएच व जीएमसी मेडिकल कॉलेज में सात जिलों के सैंपल की आरटीपीसीआर से जांच होगी. एसकेएमसीएच अस्पताल में पूर्वी चंपारण व मुजफ्फरपुर का के 300 और सहरसा के 200 जांच, डीएमसीएच में दरभंगा के 250, पूर्णिया के 250, किशनगंज के 100 सैंपल और जीएमसी में पश्चिमी चंपारण के 300 सैंपल की जांच आरटीपीसीआर से होगी.
posted by ashish jha