नयी दिल्ली : केंद्र सरकार ने 7 सितंबर से मेट्रो सेवाओं को फिर से बहाल (Metro services resume) करने की इजाजत दे दी है. अब राज्य सरकारों को फैसला करना है कि वे मेट्रो सेवाओं की फिर से कैसे शुरू करते हैं. केंद्र ने अनलॉक 4 की गाइडलाइंस में इसपर विस्तृत स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) जारी करने की बात कही है. केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने ‘अनलॉक-4′ के दिशा-निर्देशों के तहत मेट्रो ट्रेनों के परिचालन को मिली अनुमति के बाद इस संबंध में एसओपी को अंतिम रूप देने के लिए आज मेट्रो रेल निगमों के सभी प्रबंध निदेशकों की एक बैठक बुलायी है.
एक अधिकारी के अनुसार देश में 17 मेट्रो निगम हैं, तथा मंत्रालय द्वारा एक विस्तृत एसओपी जारी होने के बाद वे स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपनी विस्तृत नियमावली जारी कर सकते हैं. अधिकारी के अनुसार पहले से ही सभी मेट्रो निगमों में वितरित कर दिये गये एसओपी पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से विस्तार से चर्चा की जा रही है.
कोविड-19 महामारी के बीच मेट्रो टेनों के परिचालन की तैयारी कर रहे दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) के अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों को सुरक्षित सफर का अनुभव कराने के लिए प्रयास किये जायेंगे. डीएमआरसी ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. अब केंद्र के एसओपी का इंतजार है. सफर करने वाले यात्रियों को टोकन नहीं दिया जायेगा. अभी केवल स्मार्ट कार्ड से ही यात्रा करने की इजाजत दी गयी है. मेट्रो ट्रेन के अंदर सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जायेगा और मास्क पहनना अनिवार्य होगा. कोरोना से बचाव की सूचनाएं प्रसारित की जायेंगी. केंद्र के एसओपी के बाद मेट्रो के कामकाज और आम लोगों द्वारा इस्तेमाल को लेकर और विवरण जारी किया जायेगा.
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) की मैनेजिंग डायरेक्टर रितु माहेश्वरी के अनुसार, 7 सितंबर से एक्वा लाइन पर सेवाएं शुरू हो जायेंगी. यह लाइन नोएडा को ग्रेटर नोएडा से जोड़ती है. मेट्रो के संचालन में केंद्र की सारी गाइडलाइंस फॉलो की जायेंगी. डीएमआरसी द्वारा जारी एसओपी पर भी नजर रखी जायेगी और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने का पूरा प्रयास किया जायेगा. इंट्री प्वाइंट पर थर्मल स्कैनर और हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी.
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कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक मनोज जोशी ने सोमवार को कहा कि मेट्रो रेल सेवाएं फिर से शुरू करने की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है. गृह मंत्रालय ने ‘अनलॉक 4’ के लिये दिशानिर्देश जारी किये हैं, जिसके तहत सात सितंबर से चरणबद्ध तरीके से मेट्रो सेवाओं के संचालन की अनुमति होगी. जोशी ने कहा कि सेवाएं फिर से शुरू करने की रूपरेखा को अमलीजामा पहनाना अभी बाकी है और संबंधित मंत्रालय द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी होने के बाद इस संबंध में राज्य सरकार के साथ चर्चा की जायेगी.
लखनऊ मेट्रो ने भी सभी जरूरी तैयारियां शुरू कर ली हैं. अपने कर्मचारियों को स्पेशल ट्रेनिंग दे दी है. यहां भी 7 सितंबर से मेट्रो चलने लगेगी. उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर कुमार केशव के मुताबिक, हर रात को मेट्रो ट्रेनें और स्टेशन को पूरी तरह सैनिटाइज किया जायेगा. आमतौर पर उन चीजों को ज्यादा बारिकी से साफ किया जायेगा, जिन जगहों को ज्यादा लोगों द्वारा छुआ जाता है. छुए जाने वाली जगहों को कई बार सैनिटाइज किया जायेगा. प्रत्येक सवारी की थर्मल स्कैनर से जांच की जायेगी.
बेंगलुरु मेट्रो (BMRCL) केंद्र के निर्देश के अनुसार ही अपनी सेवाएं शुरू करने पर विचार कर रही है. उम्मीद है कि यहां भी 7 सितंबर से सेवाएं शुरू कर दी जायेंगी. यहां भी केंद्र के एसओपी का इंतजार है. केंद्र की एसओपी के बाद बीएमआरसीएल अपनी गाइडलाइंस जारी करेगा. फिलहाल टाइमिंग्स को लिमिटेड रखा जायेगा. 6 कोचों मे सिर्फ 300 यात्रियों को बैठने की अनुमति दी जा सकती है. ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर रुकने का समय बढ़ाया जा सकता है. एलिवेटर्स में तीन पैसेंजर्स को ही एक बार में एंट्री मिलेगी. यात्रियों के बीच 1 मीटर का डिस्टेंस हर वक्त रखा जायेगा.
जयपुर और चेन्नई में भी मेट्रो चलाने की योजना बन रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं हो पाया है. यहां राज्य सरकारें फैसला करेंगी कि मेट्रो सेवाओं को कैसे शुरू की जाये. राज्य सरकारों ने मेट्रो चलाने पर अभी कोई भी फैसला नहीं किया है. हैदराबाद मेट्रो चलेगी या नहीं, इसपर अंतिम फैसला नहीं हुआ है. पिछले करीब 160 दिन से बंद रही मेट्रो को 260 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है. सीएम के चंद्रशेखर के फैसले पर यहां मेट्रो का संचालन होगा.
Posted By: Amlesh Nandan.