पटना : कोरोना वायरस के कारण देश में लगाये गये लॉकडाउन के दौरान घर लौट आये मजदूरों को वापस ले जा रहा वाहन उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गया. हादसे में गोपालगंज जिले के एक और सीवान जिले के तीन मजदूरों की मौत हो गयी. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक मजदूर की भी हादसे में मौत हुई है.
जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लगाये जाने के बाद मजदूर किसी तरह अपने-अपने गांव लौट आये थे. दूसरे प्रदेशों में काम करनेवाले बिहार के भी लाखों मजदूर लॉकडाउन के दौरान गृह राज्य लौट आये. अब दूसरे प्रदेशों की कंपनियां मजदूरों को वापस बुला रही हैं.
इसी क्रम में बिहार के सीवान और गोपालगंज जिले के मजदूरों को लेकर ‘फोर्स क्रूजर’ गाड़ी सीवान जिले से रवाना हुई. यह गाड़ी उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के पयागपुर थाना क्षेत्र के सुकईपुरवा चौराहे के पास सोमवार की सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो गयी.
मजदूरों को लेकर सीवान से अंबाला जा रही ‘फोर्स क्रूजर’ गाड़ी ने बहराइच में सड़क किनारे खड़े ट्रक में जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में गोपालगंज जिले के संजय प्रसाद और सीवान जिले के जितेंद्र गिरि, कंचन राम और बसंत प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गयी. वहीं, मरनेवालों में उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के पवन कुमार भी शामिल हैं.
इस हादसे में बिहार के सीवान जिले के नौ और गोपालगंज जिले के एक मजदूर के साथ करीब 11 मजदूर घायल हुए हैं. सभी हताहत मजदूरों की उम्र 18 वर्ष से 40 वर्ष के बीच बतायी जा रही है. न्यूज एजेंसी ‘भाषा’ के मुताबिक, बहराइच के एसपी विपिन मिश्र ने बताया कि हादसे में पांच मजदूरों की मौत हुई है. इनमें से दो मजदूरों की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. जबकि, तीन मजदूरों की मौत पयागपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान हो गयी.
एसपी ने बताया कि हादसे की सूचना मिलने पर राहत कार्य और इलाज एएसपी सिटी व उप पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों के पर्यवेक्षण में कराया जा रहा है. मृतकों और घायलों के परिजनों को उनके निवास से संबंधित थानों के द्वारा सूचना भेज दी गयी है.
उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुए भीषण सड़क हादसे में गोपालगंज के सिधवलिया थाना क्षेत्र के बरहिमा गांव निवासी प्रभु प्रसाद के पुत्र संजय प्रसाद की मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही संजय प्रसाद की पत्नी दहाड़ मार कर रोने लगी. अपनी मां को रोता देख कर मासूम बच्चे भी चित्कार मार कर रोने लगे. यह दृश्य देख कर आसपास के लोगों की आंखों में भी आंसू आ गये. पूरे गांव में मातम छा गया.