पटना: सीमांचल में 1324.63 करोड़ रुपये की लागत से पूर्णिया-नरेनपुर फोरलेन सड़क की निर्माण एजेंसी का चयन तीन महीने में कर काम शुरू करने का निर्देश एनएचएआइ को दिया गया है. साथ ही इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा करने की समय सीमा 24 महीने है. इसके साथ ही कटिहार बाईपास रोड का भी निर्माण किया जाएगा. वहीं मनिहारी में गंगा नदी पर पुल बनने के बाद झारखंड से इस इलाके की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी.
पथ निर्माण विभाग के अनुसार 47.04 किमी लंबाई वाले पूर्णिया-नरेनपुर सड़क में 43.57 किमी सड़क के हिस्से को फोरलेन बनाना है. इसके साथ ही शेष 2.03 किमी में दो लेन के साथ पेभ्ड सोल्डर में विकसित किया जाना है. इस परियोजना में 14.80 किमी लंबे कटिहार बाइपास रोड सहित तीन आर.ओ.बी., 20 बस-वे और दो ट्रक लंबाई और पांच स्थानों पर ज्यामितीय सुधार के लिए पांच रिएलाइनमेंट का प्रावधान किया गया है.
विभाग के सूत्रों का कहना है कि प्रस्तावित योजना के लिए भू-अर्जन का कार्य पूरा कर लिया गया है और पथ निर्माण के लिए बाधारहित कार्यक्षेत्र उपलब्ध है. निर्माण के बाद 15 वर्षों तक सड़क के रखरखाव की जिम्मेदारी भी सड़क निर्माण के लिए चयनित कंपनी की ही होगी. इस सड़क के निर्माण के लिए अब तक कुल पांच टेंडर प्राप्त हुए हैं. इसमें मेसर्स दिलीप बिल्डकॉन कंस्ट्रक्शन प्रालि, मेसर्स अदानी ग्रुप, मेसर्स डीआरए कंस्ट्रक्शन प्रालि, मेसर्स जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्रालि, मेसर्स आईआरबी इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्रालि शामिल हैं. सभी टेंडरों का तकनीकी मूल्यांकन करने के बाद टेक्निकली सक्षम एजेंसियों की वित्तीय निविदा खोलकर न्यूनतम दरदाता को कार्य आवंटित किया जाएगा. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा.
पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि पूर्णिया से नरेनपुर सड़क राज्य की महत्वपूर्ण परियोजनाओं में एक है. यह बिहार-झारखंड के बीच मनिहारी-साहेबगंज में गंगा नदी पर पुल निर्माण के बाद राज्य के कोसी क्षेत्र को झारखंड से जोड़ेगी. साथ ही कटिहार जिले में अमदाबाद के पास महानंदा पर निर्मित पुल से होकर पश्चिम बंगाल के मालदा साथ सुलभ संपर्क उपलब्ध हो सकेगा. सबसे महत्व की बात तो यह है कि इस सड़क के निर्माण से सीमांचल के विकास को एक नया आयाम मिलेगा और आधारभूत संरचना का विकास होगा.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya