नोवामुंडी : प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के सहयोग से टाटा स्टील फाउंडेशन कई आजीविका प्रोत्साहन कार्यक्रम संचालित कर नोवामुंडी के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को प्रोत्साहन दे रही है. इसके तहत बतख पालन को बढ़ावा देते हुए किसानों को इसे आजीविका के तौर पर अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.
जुलाई में 20 स्वयं सहायता समूह सदस्यों के बीच बतखों का वितरण किया गया. ये सभी रूर्बन कलस्टर दुधबिला और कोटगढ़ पंचायत के स्थानीय किसान हैं. प्रत्येक को ‘खाकी कैंबेल’ नस्ल के बतख दिये गये. साथ ही उन्हें 150 किलो संपूरक चारा भी दिया गया. टाटा स्टील फाउंडेशन इस पहल को सफल बनाने के लिए आर्थिक मदद प्रदान कर रहा है.
इस पहल से अनुमानतः हर किसान को प्रति वर्ष 70,000 रुपये की आय होगी. पंचायती राज संस्था की एक सदस्य और इस पहल की एक लाभुक जसमती तिरिया ने कहा कि इस परियोजना से वे काफी रोमांचित हैं. इसके लिए फाउंडेशन से काफी मदद मिल रही है.
posted by : sameer oraon