लखीसराय: जिले के बड़हिया प्रखंड में बहने वाली एक नगर पंचायत क्षेत्र स्थित गंगा नदी एवं टाल में हरूहर नदी के जलस्तर में तीन दिनों के जल स्तर में बढ़ोतरी होने लगी है. हालांकि अभी भी बाढ़ का खतरा से एक हाथ पानी कम है. बताते चलें कि एक माह से दोनों नदियों के जलस्तर बढ़ोतरी एवं गिरावट हो रही है, जिसको लेकर बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है. पाली पंचायत के उमेश महतो, पूर्व मुखिया रामश्रय महतो, सत्यनारायण महतो ने बताया कि एक माह से हरूहर नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव हो रहा है, जिसके परिणामस्वरूप संपूर्ण टाल के खेत नहीं डूबा है. वहीं पवन कुमार, पप्पू साव आदि ने बताया कि गंगा के जलस्तर में भी एक माह से जलस्तर में उतर-चढ़ाव हो रहा है. एक हाथ और जल स्तर बढ़ेगा तब बाढ़ का खतरा होगा. अंचलाधिकारी रामआगर ठाकुर ने बताया कि दोनों नदियों के जलस्तर पर निगरानी बनाये हुए हैं. तैयारी पहले से किया हुआ है, इसलिए घबराने की बात नहीं है.
सूर्यगढ़ा के ताजपुर पंचायत के भिड़हा, अमरपुर आदि गांव के निचले इलाका में बाढ़ का पानी आबादी वाले इलाका में प्रवेश कर रहा है. अमरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता ओमकुमार सिंह के मुताबिक गोंदरी बांध में पानी का लेभल 7 फीट उंचा है जबकि डकरा का लेभल 7 फीट डाउन है. गोंदरी बांध में लगा स्लुइस गेट खुला रहने से मेदनीचैकी क्षेत्र के ताजपुर पंचायत के निचले इलाका में बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है. गोंदरी बांध में स्लुइस गेट बंद करने की मांग की है.
सूर्यगढ़ा प्रखंड के समीपवर्ती शाम्हो दियारा में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ रहा है. सीओ पिपरिया राजाराम केसरी के मुताबिक जलस्तर में पिछले 24 घंटा में लगभग 3 इंच से अधिक की वृद्धि हुई. सलहा सैदपुर बरारी टू के मुखिया प्रतिनिधि रणधीर कुमार सिंह उर्फ नुनू सिंह के मुताबिक दियारा के बाढ़ प्रभावित इलाका के लोगों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. आबादी वाले इलाका में बाढ़ का पानी प्रवेश करने का खतरा बढ़ गया है. इधर, अकहा-कुरहा, सोनबरसा जगन सैदपुर आदि गांव जाने वाली सड़क में गैस गोदाम के समीप पक्का पुल के पास सड़क पर पानी रहने से लोगों का आवागमन में मुश्किलें बढ़ती जा रही है. वाहनों का परिचालन लगभग ठप है. उक्त सड़क पर अब भी तीन फीट ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है.
सलहा सैदपुर बरारी वन गांव के कुरहा, सोनबरसा, धनहा तथा सलहा सैदपुर बरारी दो पंचायत के तिलाठी, सिसवन्नी, ओजनटोला, टोटहा आदि गांव के लोगों को प्रखंड मुख्यालय शाम्हो एवं एनएच 80 पर सड़क मार्ग से आवागमन ठप है. इधर, शाम्हो दियारा का दो तिहाई खेत बाढ़ के पानी में डूबा है. कुरहा, सोनबरसा, धनहा तिलाठी, सिसवन्नी, ओजनटोला, टोटहा आदि गांव में किसानों को पशुचारा का संकट झेलना पड़ रहा है. किसान किसी तरह पानी में डूबे मक्का आदि फसल काटकर ला रहे हैं और पशुओं को चारा मिल पा रहा है. किसानों के मुताबिक पानी में डूब चुका फसल अब पशुचारा के लायक भी नहीं रहा इससे पशु बीमार पड़ सकते हैं.
posted by ashish jha