बांका : वैश्विक महामारी कोविड-19 के बीच अन्य बीमारियों के प्रति भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. मौजूदा समय में कालाजार रोगियों की पहचान के लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, जिले के चार प्रखंडों के 12 गांव में कालाजार रोगियों की पहचान के लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं. सदर प्रखंड के शासन गांव में भी सर्वे का काम चल रहा है, गुरुवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने भी सर्वे कार्य का निरीक्षण किया.
डॉ शांतनु घोष ने मौजूद टीम व ग्रामीणों से भी जानकारी ली. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं को सलाह दी गयी कि अगर किसी व्यक्ति में कालाजार का लक्षण दिखाई दे तो उसे तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाएं. मालूम हो कि 25 अगस्त से आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कालाजार मरीजों की पहचान के लिए सर्वे का कार्य कर रही हैं.
दो सितंबर तक चलेगा सर्वे. जिला वेक्टर डिजीज कंट्रोल पदाधिकारी डॉ बीके यादव ने बताया कि 25 अगस्त से सर्वे का कार्य चल रहा है, जो दो सितंबर तक चलेगा. इस दौरान अगर कोई व्यक्ति कालाजार से पीड़ित पाया जाता है तो नजदीकी सरकारी अस्पताल ले जाकर उसका इलाज कराया जायेगा. दूसरी तरफ सर्वे कार्य समाप्त हो जाने के बाद जिले के इन 12 गांव में छिड़काव करवाया जायेगा. साथ ही डाटाबेस भी तैयार किया जायेगा.
घर के पास जलजमाव नहीं होने दें. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी ने अपील किया है कि बीमारी से बचाव के लिए घर के आसपास जलजमाव नहीं होने दें. यदि जलजमाव की स्थिति है तो उसमें केरोसिन डालें. सोते समय मच्छरदानी लगाएं, साथ ही बच्चों को पूरा कपड़ा पहनाने के साथ-साथ शरीर पर मच्छर रोधी क्रीम लगाने की बात कही है .
posted by ashish jha