खगड़िया : कोरोना व बाढ़ के वक्त भी गरीबों को मिलने वाले सरकारी अनाज की हेराफेरी करने से डीलर बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला अलौली के गौड़ाचक पंचायत के बुचाय टोला वार्ड नंबर एक के डीलर राम दरश राम से जुड़ा हुआ है. पूरे मामले में डीएम से शिकायत के बाद दो सदस्यीय टीम ने बुचाय टोल पहुंच कर लाभुकों का बयान दर्ज किया.
बताया जाता है कि इस दौरान 126 लाभुकों ने टीम में शामिल सदर एमओ मदन मोहन व अलौली एमओ के सामने डीलर श्री राम पर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाले 20 किलो अनाज का सही वजन 15 किलो होता है. 50 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलने वाले एक लीटर किरासन तेल का वजन 700 एमएल होने की शिकायत करने हुए लाभुकों ने कहा कि इससे पहले भी कई बार डीएम से लेकर एसडीओ को शिकायत किये लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. इस बार डीएम आलोक रंजन घोष से शिकायत के बाद दो सदस्यीय टीम जांच के लिये गांव में पहुंची थी. जिसके सामने सैकड़ों महिला पुरुष लाभुकों ने अपने बयान कलमबद्ध कराये हैं. हालांकि डीलर रामदरश राम ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
जुलाई महीने का अब तक नहीं मिला अनाज : अगस्त समाप्त होने को है लेकिन अलौली के बुचाय टोल के लाभुकों को अब तक जुलाई महीने का अनाज नहीं मिला है. अप्रैल से लेकर अब तक मात्र सैकड़ों परिवारों को एक बार दाल नसीब हुआ है. बाकी के महीने के दाल लाभुकों के घरों की बजाय कहां पहुंच रहे हैं, यह जांच का विषय है. बुधवार को जांच के लिये पहुंची टीम के सामने लाभुकों ने कहा कि बाढ़ व कोरोना जैसी विपदा के वक्त भी डीलर गरीबों के अनाज की हेराफेरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. लाभुक अंगद कुमार, चन्द्रमोहन यादव, पंकज यादव, दुर्गा यादव, घूरन साव, मनोज ठाकुर,रामचन्द्र यादव आदि सहित सैकड़ों लाभुकों ने जांच टीम को बताया कि डीलर द्वारा तीन रुपये किलो गेहूं व चार रुपये किलो चावल का रेट पहले से लिया जा रहा है. 20 किलो अनाज का सही वजन मात्र 15 किलो होता है.
विरोध करने पर फर्जी केस में फंसाने की देते हैं धमकी : जांच टीम के समक्ष लाभुकों ने कहा कि कम वेट व ज्यादा रेट लेने का विरोध करने पर डीलर राम दरश राम फर्जी केस में फंसाने की धमकी देते हैं. प्रभात खबर के हाथ लगे दर्जनों लाभुकों के कलमबद्ध बयान की कॉपी में कहा गया है कि इससे पहले भी एसडीओ से लेकर डीएम तक शिकायत की गयी लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ. लेकिन इस बार डीएम आलोक रंजन घोष से शिकायत के बाद जांच टीम आयी थी. लाभुकों ने बताया कि दस लोगों का बयान लेकर जाना चाहती थी, जिसका विरोध शुरू हो गया. जिसके बाद 126 लाभुकों का बयान लिया गया. हालांकि लाभुकों द्वारा की गयी शिकायत को डीलर श्रीराम ने साजिश करार देते हुए कहा कि सारे आरोप बेबुनियाद व झूठे हैं.
posted by ashish jha