कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पहली बार बीते 24 घंटे 42,474 नमूने जांचे गये हैं. इनमें 2,997 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, जबकि 53 लोगों की मौत भी हुई है. इसी के साथ रिकवरी रेट में भी सुधार है, जो अब 79.75 से बढ़ कर 80.28 फीसदी पर पहुंच चुकी है.
राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से गुरुवार को जारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गयी. इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ कर 1,50,772 हो चुकी है, जबकि अब तक 3,017 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश में फिलहाल 26,709 एक्टिव कोरोना के मरीज हैं.
बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 3,189 लोग कोरोना को मात देने में सफल रहे. इन्हें लेकर अब तक कुल 1,21,046 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं, संक्रमण दर 8.83 से घट कर 8.78 फीसदी हो चुकी है.
राज्य स्वास्थ्य विभाग अब टेस्टिंग, ट्रेसिंग व ट्रीटमेंट पर जोर दे रहा है, ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके. राज्य में पहली बार 40 हजार से अधिक नमूनों की जांच की गयी है. पिछले 24 घंटे में 42,474 नमूने जांचे गये हैं.
पिछले 24 घंटे में केवल कोलकाता में ही 16 लोगों की मौत हुई है, जबकि 571 लोग संक्रमित हुए हैं. वहीं, उत्तर 24 परगना जिले में एक दिन में 10 लोगों की मौत हुई व 673 संक्रमित हुए हैं. वहीं, महानगर में अब तक 38,388 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1,238 की मौत हो चुकी है.
राज्य में बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए वेस्ट बंगाल डॉक्टर्स फोरम (डब्ल्यूबीडीएफ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. संगठन ने पत्र लिख कर कहा है कि बंगाल समेत देश में चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी न केवल संक्रमित हो रहे हैं, बल्कि उनकी मौत भी हो रही है.
चिकित्सकों ने अपने पत्र में लिखा है कि कोरोना काल में देश में 300 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हो चुकी है. संगठन ने कोरोना मरीजों की चिकित्सा से जुड़े देश के स्वास्थ्यकर्मियों को ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ से जोड़े जाने की अपील की है, ताकि स्वास्थ्यकर्मी की मौत के बाद उसके परिवार को कुछ राहत मिल सके.
posted by : sameer oraon